कृपाल सिंह

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:53, 1 अगस्त 2018 का अवतरण (''''कृपाल सिंह''' को औपनिवेशिक कालीन भा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कृपाल सिंह को औपनिवेशिक कालीन भारतीय इतिहास में एक विश्वासघाती व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। स्वतंत्रता सेनानी लाला हरदयाल ने विद्रोह की एक योजना बनाई थी, जिसकी सूचना कृपाल सिंह ने पुलिस को दे दी थी।

  • कृपाल सिंह गदर पार्टी का सदस्य था।
  • लाला हरदयाल द्वारा एक योजना क्रियान्वित की गई थी, जिसके अनुसार यह निश्चय किया गया था कि ईरान, अरब, इराक और अफ़ग़ानिस्तान के मुसलमान 22 फ़रवरी, 1915 को विद्रोह करेंगे तथा पंजाब के सिक्ख भी उनका साथ देंगे।
  • लाला जी की इस क्रांति में जर्मनी तथा टर्की ने भी सहायता देने का आश्वासन दिया, किंतु कृपाल सिंह ने इस योजना के संबंध में पंजाब पुलिस को सूचना दे दी। इस विश्वासघात के लिए सरकार ने उसे 30,000 रुपया नगद और काफी भूमि उपहार स्वरूप दी।
  • कृपाल सिंह ने उस समय विश्वासघात किया, जबकि इंग्लैंड जर्मनी से हार रहा था।
  • यह योजना उस समय आसानी से सफल हो सकती थी, क्योंकि ब्रिटिश सरकार के लिए एक साथ दो मोर्चों पर लड़ना कठिन था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख