नारायण सादोबा कजरोलकर

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नारायण सादोबा कजरोलकर (अंग्रेज़ी: Narayan Sadoba Kajrolkar, जन्म- ?; मृत्यु- 1983) भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता और महात्मा गाँधी के विचारों से प्रभावित सच्चे गाँधीवादी थे। समाज सेवा के क्षेत्र में इनके योगदान के लिये भारत सरकार द्वारा सन 1970 में इन्हें में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

  • नारायण सादोबा कजरोलकर जन्म से मराठी थे।
  • उन्होंने सन 1952 में मुम्बई उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्र से पहली लोकसभा का चुनाव लड़ा और इस आम चुनाव में बी. आर. अम्बेडकर को पराजित किया।
  • लोकसभा का चुनाव लड़ने से पहले नारायण सादोबा कजरोलकर बी. आर. अम्बेडकर के निजी सहायक के रूप में कार्य किया करते थे। बी. आर. अम्बेडकर को उन्होंने पंद्रह हज़ार से अधिक वोटों से शिकस्त दी थी।
  • सन 1962 के चुनावों में भी दूसरी बार नारायण सादोबा कजरोलकर उसी क्षेत्र से चुने गये थे।
  • अनुसूचित जाति समुदाय में पैदा हुए नारायण सादोबा कजरोलकर सन 1953 के पहले पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य थे, जो अनुसूचित जाति समुदायों का प्रतिनिधित्व करता था।
  • वह दलित वर्ग संघ के सदस्य भी थे, जो पिछड़े वर्ग के लोगों का एक संगठन था।
  • समाज में नारायण सादोबा कजरोलकर के योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1970 में 'पद्म भूषण' तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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