मानव का उद्भव और विकास

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:23, 1 अक्टूबर 2012 का अवतरण (Text replace - " खास" to " ख़ास")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Newspaper-Icon.jpg यह पन्ना मानव का उद्भव और विकास लेख के संबंध में प्रकाशित समाचार ही दर्शाता है। इस प्रकार के समाचार भारतकोश पर अनेक लेखों के शीर्षक चुनने में सहायक होते हैं। यह लेख की आधार अवस्था है। इसे प्रगति की ओर ले जाने का कार्य प्रारम्भ किया जाना है। आप भी इसमें सहायता कर सकते हैं।

मनुष्य का सबसे पुराना पूर्वज मिला

शुक्रवार, 9 सितंबर, 2011

पुराविज्ञानियों ने एक अवशेष का पता लगाया है। यह मनुष्य का सबसे पुराना पूर्वज है जो लगभग 20 लाख वर्ष पूर्व पृथ्वी पर पाया जाता था। यह बंदर जैसा दिखता है और इसका नाम 'आस्ट्रेलोपिथिकस सेडिबा' है। यह दक्षिण अफ्रीका की एक गुफा में पाया गया था और इसे कपि और मानव के बीच की खोई हुई कडी कहा जा रहा है। इस प्राणी के मस्तिष्क, कूल्हे, हाथों और पांव के नए विवरणों से पता चला है कि इसमें प्रारंभिक मानव के साथ-साथ आधुनिक मानव के भी गुण हैं। इन गुणों के चलते वैज्ञानिकों का मानना है कि यह जीव होमो जीनस का पूर्वज होने का सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार है। इन जीवाश्मों की आयु 19 लाख 77 हज़ार वर्ष के आसपास मानी गई है। जो जीवाश्म इतिहास में होमो परिवार के गुणों की सबसे पुरानी खोज है। अब तक पाए गए सबसे पुराने जीवाश्मों की आयु 19 लाख साल है। इनमें से अधिकांश होमो हैबिलिस और होमो र्यूडोफेंसिस के हैं। इन्हें होमो इरेक्टस का पूर्ववर्ती माना जाता है और निश्चित तौर पर वे मनुष्य के निर्विवाद पूर्वज हैं।

समाचार को विभिन्न स्रोतों पर पढ़ें


टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख