शतयूप
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शतयूप हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार कैकय देश के एक धीमान राजर्षि थे, जो पुत्र को राज्य देकर कुरुक्षेत्र के वन में तपस्या करने गये थे। शतयूप के आश्रम में ही धृतराष्ट्र आदि टिके थे। इन्होंने धृतराष्ट्र को वनवास की विधि बतलायी थी। ये राजा सहस्त्राचित्य के पौत्र थे।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 487 |
- ↑ महाभारत आश्रमवासिक पर्व 19.8-13;20.6
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