सिक्किम का इतिहास
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- सिक्किम का प्रारंभिक इतिहास 13वीं शताब्दी में उत्तरी सिक्किम के काब लुंगत्सोक लेपचा राजा थेकॉन्ग टेक और तिब्बती युवराज ख्ये बूमसा के बीच रक्त संबंध और भाई चारे के समझौते पर हस्ताक्षर करने से आरंभ होता है।
- सन 1641 में तिब्बत के माननीय लामा संतों ने पश्चिमी सिक्किम के युकसाम नामक प्रांत की ऐतिहासिक यात्रा की, वहां उन्होंने खे-हूमसा के छठी पीढ़ी के वंशज फुंत्सोग नामग्याल का सिक्किम के पहले राजा के रूप में अभिषेक किया।
- इस प्रकार सिक्किम के 'नामग्याल' राजवंश का उदय हुआ।
- समय समय पर परिवर्तन के साथ सिक्किम प्रान्त के नागरिकों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाया और 1975 में वह भारतीय संघ का अभिन्न अंग बन गया।
- सिक्किम में सभी समुदायों के लोग आपसी प्रेम और सद्भावना से रहते हैं।
- सिक्किम में विभिन्न धर्मों से जुड़े लोग हैं और यह भारतीय संघ में साम्प्रदायिक सद्भाव और सर्वाधिक शांति वाला राज्य है।
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