|
|
(6 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 51 अवतरण नहीं दर्शाए गए) |
पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| ==इतिहास==
| |
| {| class="bharattable-green" width="100%"
| |
| |-
| |
| | valign="top"|
| |
| {| width="100%"
| |
| |
| |
| <quiz display=simple>
| |
| {[[बाल विवाह]] की प्रथा कब से आरंभ हुई?
| |
| |type="()"}
| |
| -[[मौर्य काल]] से
| |
| +[[गुप्तकाल]] से
| |
| -[[कुषाण काल]] से
| |
| -हर्षवर्धन काल से
| |
| ||गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी [[सदी]] के अन्त में [[प्रयाग]] के निकट [[कौशाम्बी]] में हुआ। गुप्त [[कुषाण|कुषाणों]] के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य [[उत्तर प्रदेश]] और [[बिहार]] में था। लगता है कि गुप्त शासकों के लिए बिहार की उपेक्षा उत्तर प्रदेश अधिक महत्त्व वाला प्रान्त था, क्योंकि आरम्भिक अभिलेख मुख्यतः इसी राज्य में पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुप्त काल]]
| |
|
| |
|
| {[[हर्षवर्धन]] की आत्मकथा किसने लिखी?
| |
| |type="()"}
| |
| -फिरदौसी
| |
| -[[वराहमिहिर]]
| |
| +[[बाणभट्ट]]
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||बाणभट्ट की लेखनी से अनेक ग्रन्थ रत्नों का लेखन हुआ है किन्तु बाणभट्ट का महाकवित्व केवल '[[हर्षचरित]]' और '[[कादम्बरी]]' पर प्रधानतया आश्रित है। इन दोनों गद्य काव्यों के अतिरिक्त मुकुटताडितक, चण्डीशतक और पार्वती-परिणय भी बाणभट्ट की रचनाओं में परिगणित हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बाणभट्ट]]
| |
|
| |
| {भीमबेतरा किसके लिए प्रसिद्ध है?
| |
| |type="()"}
| |
| +गुफाओ के शैलचित्र
| |
| -[[खनिज]]
| |
| -[[बौद्ध|बौद्ध प्रतिमाएं]]
| |
| -[[सोन नदी]] का उद्गम स्थल
| |
|
| |
| {उस शासक का नाम क्या है जिसने विजय स्तम्भ का निर्माण कराया था?
| |
| |type="()"}
| |
| +राणा कुम्भा
| |
| -[[राणा सांगा]]
| |
| -राणा रतन सिंह
| |
| -राणा हमीर
| |
|
| |
| {[[विक्रमशिला विश्वविद्यालय|विक्रमशिला शिक्षा]] केन्द्र के संस्थापक का नाम क्या है?
| |
| |type="()"}
| |
| -[[देवपाल]]
| |
| +[[धर्मपाल]]
| |
| -[[नयपाल]]
| |
| -नरेन्द्रपाल
| |
| ||धर्मपाल द्वारा बहुत से [[बिहार]] एवं मठों का निर्माण करवाया गया था। उसने प्रसिद्ध [[विक्रमशिला विश्वविद्यालय]] और [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] की स्थापना 'पाथरघाट भागलपुर' (बिहार) में की थी।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धर्मपाल]]
| |
|
| |
| {[[विरुपाक्ष मंदिर]] का निर्माण किसने किया था?
| |
| |type="()"}
| |
| +[[चालुक्य]]
| |
| -[[पल्लव]]
| |
| -वाकाटक
| |
| -[[सातवाहन]]
| |
|
| |
| {प्रसिद्ध भक्त कवियित्री [[मीराबाई]] के पति का नाम था?
| |
| |type="()"}
| |
| -राणा रतन सिंह
| |
| +राजकुमार भोजराज
| |
| -[[राणा उदयसिंह]]
| |
| -[[राणा सांगा]]
| |
|
| |
| {[[अकबर]] द्वारा बनाई गयी श्रेष्ठतम इमारतें कहाँ पायी जाती है?
| |
| |type="()"}
| |
| -आगरा के क़िले में
| |
| -लाहौर के क़िले में
| |
| -इलाहाबाद के क़िले में
| |
| +फतेहपुर सीकरी में
| |
|
| |
| {प्रथम कर्नाटक युद्ध की समाप्ति किस संधि से हुई?
| |
| |type="()"}
| |
| +ए ला शापेल की संधि
| |
| -गोडेहू की संधि
| |
| -पाण्डिचेरी की संधि
| |
| -पेरिस की संधि
| |
|
| |
| {[[टीपू सुल्तान]] की मृत्यु 1799 ई. में कहाँ हुई थी?
| |
| |type="()"}
| |
| -[[मैसूर]] में
| |
| -कुर्ग में
| |
| +श्रीरंगपट्टनम में
| |
| -वांडीवाश में
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से ब्रिटिश सरकार का वह गवर्नर जनरल कौन था जिसने [[भारत]] में [[डाक टिकट]] शुरु किए थे?
| |
| |type="()"}
| |
| +[[लार्ड डलहौजी]]
| |
| -[[लार्ड आकलैण्ड]]
| |
| -[[लार्ड कैनिंग]]
| |
| -[[लार्ड विलियम बैंटिक]]
| |
| ||[[चित्र:Lord-Dalhousie.jpg|लॉर्ड डलहौज़ी|100px|right]]डाक विभाग में सुधार करते हुए डलहौज़ी ने 1854 ई. में नया ‘पोस्ट ऑफ़िस एक्ट’ पास किया। इस एक्ट के तहत तीनों प्रेसीडेंसियों में एक-एक महानिदेशक नियुक्त करने की व्यवस्था की गई। देश के अन्दर 2 पैसे की दर से पत्र भेजने की व्यवस्था की गई। पहली बार डलहौज़ी ने [[भारत]] में [[डाक टिकट|डाक टिकटों]] का प्रचलन प्रारम्भ किया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लार्ड डलहौजी]]
| |
|
| |
| {[[हैदर अली]] की मृत्यु (1782 ई.) किस युद्ध के दौरान हुई थी?
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध
| |
| +द्वितीय आंग्ल-मैसूर युद्ध
| |
| -तृतीय आंग्ल-मैसूर युद्ध
| |
| -चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध
| |
|
| |
| {[[सिंधु सभ्यता]] की मुद्रा में किस [[देवता]] के समतुल्य चित्रांकन मिलता है?
| |
| |type="()"}
| |
| +आद्य शिव
| |
| -आद्य ब्रह्मा
| |
| -आद्य विष्णु
| |
| -आद्य इन्द्र
| |
|
| |
| {सिंकदर ने [[भारत]] पर कब आक्रमण किया?
| |
| |type="()"}
| |
| +326 ई.पू.
| |
| -326 ई. पू.
| |
| -323 ई. पू.
| |
| -327 ई. पू.
| |
|
| |
| {[[सिंधु सभ्यता]] का कौन-सा स्थान [[भारत]] में स्थित है?
| |
| |type="()"}
| |
| -[[हड़प्पा]]
| |
| -[[मोहनजोदड़ो]]
| |
| +[[लोथल]]
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||[[चित्र:Lothal.jpg|लोथल|100px|right]]यह [[गुजरात]] के [[अहमदाबाद ज़िला|अहमदाबाद ज़िले]] में 'भोगावा नदी' के किनारे 'सरगवाला' नामक ग्राम के समीप स्थित है| खुदाई 1954-55 ई. में 'रंगनाथ राव' के नेतृत्व में की गई। इस स्थल से समकालीन सभ्यता के पांच स्तर पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोथल]]
| |
|
| |
| {'[[आर्य]]' शब्द का शाब्दिक अर्थ है?
| |
| |type="()"}
| |
| -वीर या योद्धा
| |
| +श्रेष्ठ या कुलीन
| |
| -यज्ञकर्ता या पुरोहित
| |
| -विद्वान
| |
|
| |
| {प्राचीन भारत में 'निष्क' से जाने जाते थे?
| |
| |type="()"}
| |
| +[[स्वर्ण|स्वर्ण आभूषण]]
| |
| -[[गाय|गायें]]
| |
| -[[ताँबा|ताँबे के सिक्के]]
| |
| -[[चाँदी|चाँदी के सिक्के]]
| |
|
| |
|
| |
| </quiz>
| |
| |}
| |
| |}
| |
| __NOTOC__
| |