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==खेल सामान्य ज्ञान==
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
{{सामान्य ज्ञान नोट}}
{| class="bharattable-green" width="100%"
|-
| valign="top"|
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>
{[[भारत]] में फेडरेशन कप किस [[खेल]] से संबंधित है?
|type="()"}
-[[हॉकी]]
-तीरंदाजी
-गोल्फ
+फुटबॉल


{सॉकर किस खेल का दूसरा नाम है?
|type="()"}
+फुटबॉल
-टेनिस
-भारोत्तोलन
-कुश्ती
{ओलपिंक खेलों में पदक जीतने वाली प्रथम महिला खिलाड़ी कौन है?
|type="()"}
-[[साइना नेहवाल]]
-ज्वाला गुट्टा
+कर्णम मल्लेश्वरी
-सानिया मिर्जा
{कौन सी भारतीय महिला खिलाड़ी पायली एक्सप्रेस के नाम से जानी जाती है?
|type="()"}
+[[पी. टी. उषा]]
-[[साइना नेहवाल]]
-ज्वाला गुट्टा
-सीमा अंतिल
||[[चित्र:PT-Usha.jpg|80px|right]]पी. टी. उषा का जन्म [[27 जून]] [[1964]] को [[केरल]] के कोज़िकोड ज़िले के पय्योली ग्राम में हुआ था। इनका पूरा नाम पिलावुळ्ळकण्टि तेक्केपरम्पिल् उषा है और ये [[भारत]] के केरल राज्य की खिलाड़ी हैं। [[1976]] में केरल राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए एक खेल विद्यालय खोला और उषा को अपने ज़िले का प्रतिनिधि चुना गया।{{Point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[पी. टी. उषा]]
{[[भारत]] ने अंतिम बार ओलंपिक खेलों में [[हॉकी]] का स्वर्ण पदक कब जीता था?
|type="()"}
+[[1980]] में (मॉस्को)
-[[1984]] में (लॉस एंजिल्स)
-[[2008]] में (बीजिंग)
-[[2000]] में (सिडनी)
{एशेज क्रिकेट श्रृंखला किन दो देशों के बीच खेली जाती है?
|type="()"}
+आस्ट्रेलिया और [[इंग्लैण्ड]]
-[[भारत]] और [[पाकिस्तान]]
-[[भारत]] और [[इंग्लैण्ड]]
-[[भारत]] और [[श्रीलंका]]
{संदीप सिंह किस खेल के प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं?
|type="()"}
-[[क्रिकेट]]
+[[हॉकी]]
-तीरंदाजी
-फुटबॉल
||भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है। हॉकी का प्रारम्भ वर्ष 2010 से 4,000 वर्ष पूर्व ईरान में हुआ था। इसके बाद बहुत से देशों में इसका आगमन हुआ पर उचित स्थान न मिल सका। अन्त में इसे भारत में विशेष सम्मान मिला और यह राष्ट्रीय खेल बना गया। हमारे देश में इसका आरम्भ 100 वर्षों से पहले हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हॉकी]]
{क्रीज़, डक, ड्राइवर शब्द किस खेल से संबंधित कहा जाता है?
|type="()"}
+[[क्रिकेट]]
-फुटबॉल
-शतरंज
-नेटबॉल
{किस मैगज़ीन को [[क्रिकेट]] की बाइबिल कहा जाता है?
|type="()"}
-क्रिकेट सम्राट
+विज़डन
-क्रिकइंफो
-क्रिकबज़
{[[भारत]] का सर्वोच्च खेल पुरस्कार कौन सा है?
|type="()"}
-अर्जुन पुरस्कार
-केके बिरला फाउंडेशन खेल पुरस्कार
+[[राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार]]
-राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार
|| [[चित्र:Rajiv-Gandhi-Khel-Ratna.jpg|80px|right|राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार]] राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार भारत का खेल जगत में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम पूर्व प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी के नाम पर रखा गया। यह पुरस्कार 1991-92 में शुरू किया गया। खेल के क्षेत्र में सराहना और जागरूकता के लिए इस पुरस्कार की स्थापना की गयी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार]]
</quiz>
|}
|}
==रामायण सामान्य ज्ञान==
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
{| class="bharattable-green" width="100%"
|-
| valign="top"|
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>
{[[इन्द्र]] के विमान का नाम है?
|type="()"}
-पाञ्जन्य
-[[ऐरावत]]
-पवनहंस
+पुष्पक
{[[समुद्र मंथन]] से क्या नहीं प्राप्त हुआ?
|type="()"}
-[[ऐरावत]]
-[[कामधेनु]]
-पारिजात
+सिमंतक मणि
{गर्भवती [[सीता]] किसके आश्रम में रही?
|type="()"}
-[[विश्वामित्र]]
-[[वसिष्ठ]]
+[[वाल्मीकि]]
-[[तुलसीदास]]
||[[संस्कृत]] भाषा के आदि कवि और आदि काव्य '[[रामायण]]' के रचयिता के रूप में वाल्मीकि की प्रसिद्धि है।  इनके पिता महर्षि [[कश्यप]] के पुत्र [[वरुण देवता|वरुण]] या [[आदित्य देवता|आदित्य]] थे। [[उपनिषद]] के विवरण के अनुसार ये भी अपने भाई [[भृगु]] की भांति परम ज्ञानी थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[वाल्मीकि]]
{[[श्लोक]] शब्द का अर्थ होता है?
|type="()"}
-गीत
-[[छंद]]
-पंक्ति
+दुःख
{[[हनुमान]] कितनी बार [[लंका]] गये थे?
|type="()"}
-एक बार
-दो बार
+तीन बार
-चार बार
{[[राम]] ने [[लंका]] में अपना दूत किसे बना कर भेजा था?
|type="()"}
-[[हनुमान]]
-[[सुग्रीव]]
+[[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]]
-[[विभीषण]]
||युवराज अंगद [[बालि]] के पुत्र थे। बालि इनसे सर्वाधिक प्रेम करता था। ये परम बुद्धिमान, अपने पिता के समान बलशाली तथा भगवान श्री [[राम]] के परम भक्त थे। अपने छोटे भाई [[सुग्रीव]] की पत्नी और सर्वस्व हरण करने के अपराध में भगवान श्री राम के हाथों बालि की मृत्यु हुई। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]]
{[[मेघनाद]] का दूसरा नाम क्या था?
|type="()"}
-[[कुम्भकर्ण]]
-विचित्रवीर्य
+इन्द्रजीत
-दशानन
{[[हनुमान]] किसके पेट के भीतर जाकर वापस आ गये थे?
|type="()"}
-[[ताड़का]]
+सुरसा
-पूतना
-[[शूर्पणखा]]
{[[बालि]] की पत्नी का नाम था?
|type="()"}
+[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]]
-[[राधा]]
-[[मंदोदरी]]
-विपाशा
{[[राम]], [[लक्ष्मण]] को आश्रमों की रक्षा करने वन में कौन से ब्रह्म ॠषि ले गये थे?
|type="()"}
-[[दुर्वासा]]
+[[विश्वामित्र]]
-संदीपन
-[[अंगिरस]]
</quiz>
|}
|}
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
==महाभारत सामान्य ज्ञान==
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
{{महाभारत सामान्य ज्ञान}}
{| class="bharattable-green" width="100%"
|-
| valign="top"|
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>
{कृष्णा किसका नाम था?
|type="()"}
+[[द्रौपदी]]
-[[सुभद्रा]]
-[[रुक्मणी]]
-[[राधा]]
|| द्रौपदी का जन्म महाराज [[द्रुपद]] के यहाँ यज्ञकुण्ड से हुआ था। द्रौपदी ने पति पाने की कामना से तपस्या की। भगवान [[शंकर]] ने प्रसन्न होकर उसे वर देने की इच्छा की। उसने शंकर से पांच बार कहा कि वह सर्वगुणसंपन्न पति चाहती है। शंकर ने कहा कि अगले जन्म में उसके पांच भारतवंशी पति होंगे, क्योंकि उसने पति पाने की कामना पांच बार दोहरायी थी।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[द्रौपदी]]
{[[उलूपी]] व [[चित्रांगदा]] किसकी पत्नी थी?
|type="()"}
-[[भीम]]
-[[कृष्ण]]
+[[अर्जुन]]
-[[कर्ण]]
|| [[चित्र:Gita-Krishna-1.jpg|right|30px|कृष्ण और अर्जुन]] अर्जुन [[महाभारत]] के मुख्य पात्र हैं। महाराज [[पाण्डु]] एवं रानी [[कुन्ती]] के वह तीसरे पुत्र थे। अर्जुन सबसे अच्छा तीरंदाज थे। वो द्रोणाचार्य के शिष्य थे। [[द्रौपदी]] को स्वयंम्वर में जीतने वाला वो ही थे। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अर्जुन]]
{[[जरासंध]] का वध किसने किया?
|type="()"}
-[[कर्ण]]
-[[अर्जुन]]
-[[बलराम]]
+[[भीम (पांडव)|भीम]]
|| [[चित्र:Bhim.jpg|right|50px|भीम]] [[पांडु]] के पाँच में से दूसरी संख्या के पुत्र का नाम भीम अथवा भीमसेन था। भीम में दस हज़ार [[हाथी|हाथियों]] का बल था और वह [[गदा]] युद्ध में पारंगत था। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[भीम (पांडव)]]
{[[महाभारत]] में पर्वों की संख्या है?
|type="()"}
-12
-14
-16
+18
|| महाभारत की प्रबन्ध योजना में सम्पूर्ण ग्रन्थ को अठारह पर्वों में विभक्त किया गया है और महाभारत में भीष्म पर्व के अन्तर्गत वर्णित श्रीमद्भगवद्गीता में भी अठारह अध्याय हैं। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महाभारत]]
{[[द्रोणाचार्य]] का वध किसने किया था?
|type="()"}
+[[धृष्टद्युम्न]]
-[[नकुल]]
-[[द्रुपद]]
-वभ्रुवाहन
|| धृष्टद्युम्न [[पांचाल]]-नरेश [[द्रुपद]] का पुत्र था। ये [[द्रौपदी]] का भाई था, जो यज्ञकुण्ड से उत्पन्न हुआ था। [[महाभारत]] के युद्ध में पाण्डव-पक्ष का यही कुमार सेनापति रहा। [[महाभारत]]-युद्ध में उसने [[द्रोणाचार्य]] का वध किया था। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[धृष्टद्युम्न]]
{[[यक्ष]] से [[युधिष्ठिर]] ने किस [[पाण्डव]] का जीवन दान माँगा था?
|type="()"}
-[[अर्जुन]]
-[[नकुल]]
-[[भीम]]
+[[सहदेव]]
|| [[महाभारत]] में पाँच [[पांडव|पाँडवों]] में सबसे छोटे भाई और राजा [[पांडु]] के पाँच पुत्रों में से सबसे छोटे पुत्र का नाम। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[सहदेव]]
{[[लाक्षागृह]] का निर्माण किसने किया था?
|type="()"}
-[[विश्वकर्मा]]
-[[शकुनि]]
+पुरोचन
-[[प्रजापति]]
|| [[महाभारत]] में ऐसा उल्लेख मिलता है कि एक बार [[पाण्डव]] अपनी माता [[कुन्ती]] के साथ वार्णावर्त नगर में महादेव को मेला देखने गये। [[दुर्योधन]] ने इसकी पूर्व सूचना प्राप्त करके अपने एक मन्त्री पुरोचन को वहाँ भेजकर एक लाक्षागृह तैयार कराया। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[लाक्षागृह]]
{[[घटोत्कच]] की माँ का क्या नाम था?
|type="()"}
-[[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]]
+[[हिडिम्बा]]
-[[ताड़का]]
-सुरसा
|| हिडिम्बा से ही [[भीम (पांडव)|भीम]] के घटोत्कच नामक पुत्र उत्पन्न हुआ। 'महाभारत' में हिडिम्ब नामक एक राक्षस का उल्लेख मिलता है। हिडिम्बा इसी [[हिडिम्ब]] नामक राक्षस की बहन थी। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हिडिम्बा]]
{[[अर्जुन]] के धनुष का नाम क्या था?
|type="()"}
+[[गांडीव धनुष|गांडीव]]
-अमोघ
-[[वज्र अस्त्र|वज्र]]
-[[ब्रह्मास्त्र]]
|| अर्जुन को गांडीव धनुष अत्यधिक प्रिय था। उसने प्रतिज्ञा की थी कि जो व्यक्ति उसे गांडीव किसी और को देने के लिए कहेगा, उसे वह मार डालेगा।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[गांडीव धनुष]]
{[[महाभारत]] में कितने [[अक्षौहिणी]] सेना समाप्त हुई?
|type="()"}
-22
+18
-24
-16
|| [[महाभारत]] के युद्घ में '''अठारह''' अक्षौहिणी सेना नष्ट हो गई। एक अक्षौहिणी में 21870 [[हाथी]], 21870 रथ, 65610 घोड़े और 109350 पैदल होते थे। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अक्षौहिणी]]
{[[शकुनि]] के राज्य का क्या नाम था?
|type="()"}
-[[मगध]]
-[[कौशल]]
-[[अंग महाजनपद|अंग]]
+[[गांधार महाजनपद|गांधार]]
|| [[चित्र:Gandhar-Map.jpg|right|100px|गांधार महाजनपद]] पौराणिक [[सोलह महाजनपद|16 महाजनपदों]] में से एक। [[पाकिस्तान]] का पश्चिमी तथा [[अफ़ग़ानिस्तान]] का पूर्वी क्षेत्र। इसे आधुनिक [[कंधार]] से जोड़ने की ग़लती कई बार लोग कर देते हैं, जो कि वास्तव में इस क्षेत्र से कुछ दक्षिण में स्थित था। इस प्रदेश का मुख्य केन्द्र आधुनिक [[पेशावर]] और आसपास के इलाके थे। इस [[महाजनपद]] के प्रमुख नगर थे - पुरुषपुर (आधुनिक पेशावर) तथा [[तक्षशिला]] इसकी राजधानी थी। इसका अस्तित्व 600 ईसा पूर्व से 11वीं सदी तक रहा। [[कुषाण]] शासकों के दौरान यहाँ [[बौद्ध धर्म]] बहुत फला फूला पर बाद में मुस्लिम आक्रमण के कारण इसका पतन हो गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[गांधार महाजनपद]]
{[[अर्जुन]] ने [[द्रोणाचार्य]] के जिस मित्र को परास्त किया, उसका नाम था?
|type="()"}
-[[कृपाचार्य]]
+[[द्रुपद]]
-[[शल्य]]
-[[विदुर]]
||[[द्रुपद]], [[पांचाल]] के राजा और परिशत के पुत्र थे। ये [[शिखंडी]], [[धृष्टद्युम्न]] व [[द्रौपदी]] के पिता थे। [[भीष्म]], [[द्रोणाचार्य]], और द्रुपद [[परशुराम]] के शिष्य थे। शिक्षा काल में द्रुपद और द्रोण की गहरी मित्रता थी। द्रोण ग़रीब होने के कारण प्राय: दुखी रहते थे, तो द्रुपद ने उन्हें राजा बनने पर आधा राज्य देने का वचन दिया था, परंतु कालांतर में वे अपने वचन से न केवल मुकर गए वरन उन्होंने द्रोण का अपमान भी किया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[द्रुपद]]
{युद्ध में जिस [[हाथी]] को [[भीम]] ने मारा था, उसका नाम क्या था?
|type="()"}
-कुवलिया पीढ़
+[[अश्वत्थामा हाथी|अश्वत्थामा]]
-चाणूर
-[[ऐरावत]]
||[[महाभारत]] युद्ध में [[अश्वत्थामा हाथी|अश्वत्थामा]] नामक [[हाथी]] को [[भीम]] ने मार दिया और यह शोर किया कि, अश्वत्थामा मारा गया। चूँकि [[द्रोणाचार्य]] के पुत्र का नाम भी [[अश्वत्थामा]] था और यह भी निश्चित था कि, अपने पुत्र से प्रेम करने के कारण द्रोणाचार्य अश्वत्थामा की मृत्यु का सामाचार सुनकर स्वयं भी प्राण त्याग देगें। इसलिए [[कृष्ण]] की योजनानुसार यह पूर्व नियोजित ही था। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अश्वत्थामा हाथी|अश्वत्थामा]]
{[[अश्वत्थामा]] द्वारा छोड़े गये [[ब्रह्मास्त्र]] को किसने शांत किया था?
|type="()"}
-[[कृष्ण]]
-[[अर्जुन]]
+[[वेदव्यास|व्यास]]
-[[भीष्म]]
|| [[चित्र:Vyasadeva-Sanjaya-Krishna.jpg|right|75px|संजय को दिव्यदृष्टि प्रदान करते हुये वेदव्यास जी]] [[वेदव्यास]] भगवान [[नारायण]] के ही कलावतार थे। व्यास जी के [[पिता]] का नाम [[पराशर]] ऋषि तथा माता का नाम [[सत्यवती]] था। जन्म लेते ही इन्होंने अपने पिता-माता से जंगल में जाकर तपस्या करने की इच्छा प्रकट की। प्रारम्भ में इनकी माता सत्यवती ने इन्हें रोकने का प्रयास किया, किन्तु अन्त में इनके माता के स्मरण करते ही लौट आने का वचन देने पर उन्होंने इनको वन जाने की आज्ञा दे दी। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[वेदव्यास|व्यास]]
{[[गांधारी]] ने कितनी बार अपने आँखों की पट्टी खोली?
|type="()"}
-कभी नहीं
-एक बार
+दो बार
-तीन बार
{[[महाभारत]] युद्ध का मुख्य कारण क्या था?
|type="()"}
-[[दुर्योधन]] द्वारा [[कृष्ण]] का अपमान
-[[भीम]] की प्रतिज्ञा
-[[युधिष्ठिर]] की प्रतिज्ञा
+[[द्रौपदी]] के केश
{[[महाभारत]] युद्ध में [[भीष्म]] ने कितने दिन युद्ध किया?
|type="()"}
-8 दिन
+10 दिन
-12  दिन
-18 दिन
|| [[चित्र:Bhishma1.jpg|right|100px|महाभारत युद्ध में भीष्म कृष्ण की प्रतिज्ञा भंग करवाते हुए]] दसवें दिन अर्जुन ने वीरवर भीष्म पर बाणों की बड़ी भारी वृष्टि की। इधर द्रुपद की प्रेरणा से शिखण्डी ने भी पानी बरसाने वाले मेघ की भाँति भीष्म पर बाणों की झड़ी लगा दी। दोनों ओर के हाथीसवार, घुड़सवार, रथी और पैदल एक-दूसरे के बाणों से मारे गये। भीष्म की मृत्यु उनकी इच्छा के अधीन थी। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महाभारत]]
{[[द्रौपदी]] का महान कार्य क्या था?
|type="()"}
-[[दुर्वासा]] के हज़ारों शिष्यों को भोजन कराना
-अज्ञातवास का जीवन गुजारना
-[[अभिमन्यु]] को शिक्षा देना
+[[अश्वत्थामा]] को क्षमा करना
|| अश्वत्थामा द्रोणाचार्य के पुत्र थे। द्रोणाचार्य ने शिव को अपनी तपस्या से प्रसन्न करके उन्हीं के अंश से अश्वत्थामा नामक पुत्र को प्राप्त किया। इनकी माता का नाम कृपा था जो शरद्वान की लड़की थी। जन्म ग्रहण करते ही इनके कण्ठ से हिनहिनाने की सी ध्वनि हुई जिससे इनका नाम अश्वत्थामा पड़ा। महाभारत युद्ध में ये कौरव-पक्ष के एक सेनापति थे। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अश्वत्थामा]]
{[[कृष्ण]] के वंश का नाश होने का कारण क्या था?
|type="()"}
-[[महाभारत]] युद्ध
+[[गांधारी]] का श्राप
-[[दुर्वासा]] का श्राप
-[[विश्वामित्र]] का श्राप
|| गान्धारी [[गांधार|गान्धार]] देश के सुबल नामक राजा की कन्या थी। इसीलिए इसका नाम गान्धारी पड़ा। गान्धारी [[धृतराष्ट्र]] की पत्नी और [[दुर्योधन]] आदि की माता थीं। [[शिव]] के वरदान से गांधारी के 100 पुत्र हुए, जो [[कौरव]] कहलाये। गान्धारी पतिव्रता के रूप में आदर्श थीं। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[गांधारी]]
{[[युधिष्ठिर]] के स्वर्ग जाने पर कौन उनके साथ गया था?
|type="()"}
-[[द्रौपदी]]
-[[अर्जुन]]
-[[भीम]]
+एक कुत्ता
</quiz>
|}
|}
{{महाभारत सामान्य ज्ञान}}
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
==राजनीति सामान्य ज्ञान==
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
{| class="bharattable-green" width="100%"
|-
| valign="top"|
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>
{संविधान सभा में किस प्रान्त के प्रतिनिधित्व सर्वाधिक थे?
|type="()"}
-[[बंगाल]]
+संयुक्त प्रान्त
-[[मद्रास]]
-[[बम्बई]]
{[[जवाहर लाल नेहरू]] के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन कब हुआ?
|type="()"}
-[[जुलाई]] [[1946]]
-[[अगस्त]] 1946
+[[सितम्बर]] 1946
-[[अक्टूबर]] 1946
{[[मुस्लिम लीग]] कब अंतरिम सरकार में शामिल हुई?
|type="()"}
-[[सितम्बर]] 1946
+[[अक्टूबर]] 1946
-[[नवम्बर]] 1946
-[[दिसम्बर]] 1946
{संविधान सभा की पहली बैठक किस दिन शुरू हुई?
|type="()"}
-[[29 अक्टूबर]] [[1947]]
-[[16 नवम्बर]] 1945
+[[9 दिसम्बर]] 1946
-[[21 दिसम्बर]] 1947
{संविधान सभा का पहला अधिवेशन कितनी अवधि तक चला?
|type="()"}
-[[22 नवम्बर]] [[1946]] से [[8 दिसम्बर]] 1946
+[[9 दिसम्बर]] 1946 से [[23 दिसम्बर]] 1946
-[[11 दिसम्बर]] 1946 से [[28 दिसम्बर]] 1946
-[[15 दिसम्बर]] 1946 से [[23 दिसम्बर]] 1946
{देश के स्वतन्त्र होने के पश्चात संविधान सभा की पहली बैठक कब हुई?
|type="()"}
-[[31 अगस्त]] [[1947]]
-[[12 सितम्बर]] 1947
-[[24 सितम्बर]] 1947
+[[31 अक्टूबर]] 1947
{संविधान सभा का अस्थायी अध्यक्ष किसे चुना गया?
|type="()"}
-एच. एन. कुंजरू
+[[सच्चिदानन्द सिन्हा]]
-[[गोविंद बल्लभ पंत]]
-के. टी. शाह
|| डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा को प्रथम भारतीय प्रान्त का गवर्नर और हाउस लार्डस का सदस्य बनने का श्रेय प्राप्त है। वे प्रीवी कौंसिल के सदस्य भी थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[सच्चिदानन्द सिन्हा]]
{संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष कौन था?
|type="()"}
-[[भीमराव आम्बेडकर]]
+[[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]]
-[[जवाहर लाल नेहरू]]
-आल्लादी कृष्णस्वामी आयंगर
||[[चित्र:Dr.Rajendra-Prasad.jpg|100px|right|राजेन्द्र प्रसाद]] डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद [[भारत]] के प्रथम [[राष्ट्रपति]] थे। (जन्म- [[3 दिसम्बर]], [[1884]], [[जीरादेयू]], बिहार, मृत्यु- [[28 फ़रवरी]], [[1963]], सदाकत आश्रम, [[पटना]])। राजेन्द्र प्रसाद प्रतिभाशाली और विद्वान व्यक्ति थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]]
{संविधान निर्माण की दिशा में पहला कार्य 'उद्देश्य प्रस्ताव' था [[22 जनवरी]] [[1947]] को यह प्रस्ताव किसने प्रस्तुत किया?
|type="()"}
-[[महात्मा गाँधी]]
+[[जवाहर लाल नेहरू]]
-के. एम. मुन्शी
-[[भीमराव आम्बेडकर]]
||[[चित्र:Jawahar-Lal-Nehru.jpg|100px|right|जवाहरलाल नेहरू]] पंडित जवाहरलाल नेहरू (जन्म- [[14 नवम्बर]], 1889; मृत्यु- [[27 मई]], [[1964]]) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी एवं स्वतन्त्र [[भारत]] के प्रथम प्रधानमंत्री ([[1947]]-[[1964]]) थे। जवाहर लाल नेहरू, संसदीय सरकार की स्थापना और विदेशी मामलों में 'गुटनिरपेक्ष' नीतियों के लिए विख्यात हुए। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[जवाहर लाल नेहरू]]
{संविधान निर्माण के विभिन्न पहलुओं से सम्बंधित कौन-कौन समितियाँ संविधान सभा ने नियुक्त की?
|type="()"}
-संघ संविधान समिति
-प्रान्तीय संविधान समिति
-संघ शक्ति समिति
+उपर्युक्त सभी
</quiz>
|}
|}

09:36, 6 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण