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13:46, 2 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
विवरण (Description) | वराह अवतार Varaha Avatar |
चित्रांकन (Author) | Asian Curator at The San Diego Museum of Art |
दिनांक (Date) | 1800 |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Varaha saves the earth |
आभार (Credits) | Asian Curator at The San Diego Museum of Art's photostream |
अन्य विवरण | हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु ने जब दिति के गर्भ से जुड़वां रूप में जन्म लिया, तो धरती कांप उठी। आकाश में नक्षत्र और दूसरे लोक इधर से उधर दौड़ने लगे, समुद्र में बड़ी-बड़ी लहरें पैदा हो उठीं और प्रलयंकारी हवा चलने लगी। ऐसा ज्ञात हुआ, मानो प्रलय आ गई हो। हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु दोनों पैदा होते ही बड़े हो गए। दैत्यों के बालक पैदा होते ही बड़े हो जाते है और अपने अत्याचारों से धरती को कपांने लगते हैं। यद्यपि हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु दोनों बलवान थे, किंतु फिर भी उन्हें संतोष नहीं था। |
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चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 11:14, 19 जून 2011 | ![]() | 650 × 571 (234 KB) | ऋचा (वार्ता | योगदान) |
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