"चिन्तपूर्णी देवी की आरती": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} <blockquote><span style="color: maroon"><poem> चिन्तपूर्णी चिन्ता द...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "८" to "8") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 8 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
काली दा पुत्र पवन दा घोडा, | काली दा पुत्र पवन दा घोडा, | ||
सिंह पर भई असवार, भोली माँ || | सिंह पर भई असवार, भोली माँ || 1 || | ||
एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा, | एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा, | ||
तीजे त्रिशूलसम्भालो, भोली माँ || | तीजे त्रिशूलसम्भालो, भोली माँ || 2 || | ||
चौथे हथ चक्कर गदा पांचवे, | चौथे हथ चक्कर गदा पांचवे, | ||
छठे मुण्डों दी माल भोली माँ || | छठे मुण्डों दी माल भोली माँ || 3 || | ||
सातवें से रुण्ड-मुण्ड बिदारे, | सातवें से रुण्ड-मुण्ड बिदारे, | ||
आठवें से असुर संहारे, भोली माँ || | आठवें से असुर संहारे, भोली माँ || 4 || | ||
चम्पे का | चम्पे का बाग़ लगा अति सुन्दर, | ||
बैठी दीवान लगाय, भोली माँ || | बैठी दीवान लगाय, भोली माँ || 5 || | ||
हरि हर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे, | हरि हर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे, | ||
लाल चंदोया बैठी तान, भोली माँ || | लाल चंदोया बैठी तान, भोली माँ || 6 || | ||
औखी घाटी विकटा पैंडा, | औखी घाटी विकटा पैंडा, | ||
तले बहे दरिया, भोली माँ || | तले बहे दरिया, भोली माँ || 7 || | ||
सुमर चरन ध्यानू जस गावे, | सुमर चरन ध्यानू जस गावे, | ||
भक्तां दी पज निभाओ, भोली माँ || | भक्तां दी पज निभाओ, भोली माँ || 8 || | ||
</poem></span></blockquote> | </poem></span></blockquote> | ||
11:36, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
चिन्तपूर्णी चिन्ता दूर करनी,
जन को तारो भोली माँ |
काली दा पुत्र पवन दा घोडा,
सिंह पर भई असवार, भोली माँ || 1 ||
एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,
तीजे त्रिशूलसम्भालो, भोली माँ || 2 ||
चौथे हथ चक्कर गदा पांचवे,
छठे मुण्डों दी माल भोली माँ || 3 ||
सातवें से रुण्ड-मुण्ड बिदारे,
आठवें से असुर संहारे, भोली माँ || 4 ||
चम्पे का बाग़ लगा अति सुन्दर,
बैठी दीवान लगाय, भोली माँ || 5 ||
हरि हर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बैठी तान, भोली माँ || 6 ||
औखी घाटी विकटा पैंडा,
तले बहे दरिया, भोली माँ || 7 ||
सुमर चरन ध्यानू जस गावे,
भक्तां दी पज निभाओ, भोली माँ || 8 ||
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ