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| <quiz display=simple>
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| {प्राकृतिक अवस्था में समझौते के बाद [[कौटिल्य]] ने जिस राजा को माना है, उसका क्या नाम है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
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| -[[शान्तनु]]
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| +[[मनु]]
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| -[[हरिश्चंद्र]]
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| -उपरोक्त में से कोई नहीं
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| {प्लेटो के लिखे [[ग्रन्थ|ग्रन्थों]] में राजनीतिक दृष्टि से सबसे महत्त्वपूर्ण किसे माना जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -लॉज
| |
| +रिपब्लिक
| |
| -स्टेटमैन
| |
| -पोलटिक्स
| |
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| |
| {मैक्यावली का जन्म [[इटली]] के किस नगर में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -मिलान
| |
| -नेपल्स
| |
| -वेनिस
| |
| +फ़्लोरेन्स
| |
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| |
| {जरमी बेंथम का जन्म कब हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
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| -1760 ई.
| |
| -1747 ई.
| |
| +1748 ई.
| |
| -1848 ई.
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| {"मार्क्स ने क्रांति का उल्लेख अवश्य किया था, किन्तु उसे किस प्रकार क्रियान्वित किया जाना चाहिए, उस विषय पर वह मौन रहा।" यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-622
| |
| |type="()"}
| |
| -माओ
| |
| +लेनिन
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| -ट्रास्टकी
| |
| -र्गोवाच्योब
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| {'समान स्वतंत्रता का सिद्धान्त' रॉल्स के 'न्याय के सिद्धान्त' में क्या स्थान रखता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
| |
| |type="()"}
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| -द्वितीय
| |
| +प्रथम
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| -तृतीय
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
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| {[[भारत]] में [[महात्मा गाँधी]] ने प्रथम '[[सत्याग्रह आंदोलन]]' की शुरुआत कब की?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-627
| |
| |type="()"}
| |
| +[[1917]] - [[चम्पारण सत्याग्रह|चम्पारण]]
| |
| -[[1918]] - खेड़ा
| |
| -[[1920]] - [[असहयोग आन्दोलन]]
| |
| -[[1930]] - [[सविनय अवज्ञा आन्दोलन]]
| |
|
| |
| {[[अर्थशास्त्र -कौटिल्य|अर्थशास्त्र]] को निम्न में से किन विचारकों ने [[कौटिल्य]] की रचना माना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| -महामोपाध्याय पण्डित गणपति शास्त्री
| |
| -श्री काशी प्रसाद जायसवाल
| |
| -पण्डित शाम शास्त्री
| |
| +उपरोक्त सभी
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|
| |
| {निम्न में से किसका सबसे अधिक प्रभाव प्लेटो पर था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -[[ईसाई धर्म]] का
| |
| -[[यूनान]] के [[इतिहास]] का
| |
| -[[वेद|वेदों]] का
| |
| +पाइथागोरस का
| |
|
| |
| {मैक्यावली का जन्म किस सन में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| +1469 ई.
| |
| -1459 ई.
| |
| -1460 ई.
| |
| -1567 ई.
| |
|
| |
| {यह किसका कथन है कि "[[राज्य]] का निर्माण व्यक्तियों द्वारा होता है तथा उनके बिना राज्य एक बाँझ [[गाय]] के समान है।"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| -प्लेटो
| |
| -[[अरस्तु]]
| |
| -मैकियावली
| |
| +[[कौटिल्य]]
| |
|
| |
| {प्लेटो नें अपनी प्रसिद्ध अकादमी की स्थापना कब की थी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| +386 ई.पू. में
| |
| -360 ई.पू. में
| |
| -380 ई.पू. में
| |
| -390 ई.पू. में
| |
|
| |
| {किसने मैक्यावली को 'अपने युग का शिशु' कहा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -मैक्सी
| |
| -सेबाईन
| |
| -जावेट
| |
| +डनिंग
| |
|
| |
| {"सुख की मात्रा समान होने पर पुशोपन भी उतना ही श्रेष्ठ है, जितना काव्यपाठ।" यह किसका मत है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| -जेम्स मिल
| |
| +बेंथम
| |
| -जे. एस. मिल
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
| |
|
| |
| {मार्क्सवादी विचारों को प्रत्यक्षत: अपनाने का श्रेय किसको है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-622
| |
| |type="()"}
| |
| -ट्रास्टकी
| |
| -माओ
| |
| -स्टालिन
| |
| +लेनिन
| |
|
| |
| {निम्नलिखित समकालीन उदारवादियों में से कौन-सा विचारक उपयोगितावादी सिद्धान्त का खण्डन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
| |
| |type="()"}
| |
| -मैक्फ़रसन
| |
| -हेयक
| |
| +रॉल्स
| |
| -फ़्रीडमैन
| |
|
| |
| {"ब्रिटिश संसद बाँझ और वैश्या है", यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-627
| |
| |type="()"}
| |
| -मार्क्स
| |
| +[[महात्मा गाँधी]]
| |
| -लेनिन
| |
| -उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {कौन-से मापदण्ड का प्रयोग समाज के स्तर पर किया जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| -आठवाँ
| |
| +सातवाँ
| |
| -नौवाँ
| |
| -पाचवाँ
| |
|
| |
| {[[कौटिल्य]] द्वारा रचित '[[अर्थशास्त्र -कौटिल्य|अर्थशास्त्र]]' को कितने अधिकरणों में विभाजित किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| +15
| |
| -10
| |
| -25
| |
| -5
| |
|
| |
| {'व्हाट इज टू बी डन' निम्न में से किसकी कृति है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623
| |
| |type="()"}
| |
| -रॉल्स
| |
| -माओ
| |
| -मैक्फ़रसन
| |
| +लेनिन
| |
|
| |
| {[[कौटिल्य]] ने [[राज्य]] के कितने तत्त्वों को आवश्यक माना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| -दो
| |
| -छ:
| |
| +सात
| |
| -तीन
| |
|
| |
| {[[1909]] में [[इंग्लैण्ड]] से [[दक्षिण अफ़्रीका]] लौटते समय किस पुस्तक की रचना [[गाँधीजी]] ने की थी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| -एथिकल रिलीजन
| |
| -मेरे सत्य के साथ प्रयोग
| |
| +हिन्द स्वराज
| |
| -ट्रस्टीशिप
| |
|
| |
| {निम्न में से किस आधार पर फ़ाँसीवाद तथा प्लेटोवाद में अंतर किया जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -साम्राज्य
| |
| -[[राज्य]]
| |
| -बुद्धिवाद
| |
| +उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सा [[ग्रंथ]] मैक्यावली द्वारा रचित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -लेवियाथन
| |
| +प्रिन्स
| |
| -पोलटिक्स
| |
| -रिपब्लिक
| |
|
| |
| {"व्यक्ति की संतुष्टि ही उपयोगिता का मापदण्ड है", यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| +बेंथम
| |
| -रूसो
| |
| -जे. एस. मिल
| |
| -सुकरात
| |
|
| |
| {लेनिन का जन्म कब हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623
| |
| |type="()"}
| |
| +[[1870]] ई.
| |
| -[[1890]] ई.
| |
| -1840 ई.
| |
| -[[1875]] ई.
| |
|
| |
| {अपने सिद्धांत में अज्ञान के पर्दे (Veil of Ignorence) की चर्चा कौन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
| |
| |type="()"}
| |
| -रूसो
| |
| +रॉल्स
| |
| -हॉब्स
| |
| -लॉक
| |
|
| |
| {[[मोहनदास करमचन्द गाँधी]] को 'महात्मा' कहकर किसने सम्बोधित किया था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| +[[रविन्द्रनाथ टैगोर|कवि रविन्द्रनाथ टैगोर]]
| |
| -[[गोपालकृष्ण गोखले]]
| |
| -[[लोकमान्य तिलक]]
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {'[[अर्थशास्त्र -कौटिल्य|अर्थशास्त्र]] 'में दिये 'सप्तांग सिद्धान्त' में '[[दुर्ग]]' कितने प्रकार के होते हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| -दो प्रकार
| |
| -दस प्रकार
| |
| +चार प्रकार
| |
| -पाँच प्रकार
| |
|
| |
| {प्लेटो को 'दर्शन का पोप' किसने कहा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -बार्कर
| |
| -रूसो
| |
| -एर्मशन
| |
| +कैटलिन
| |
|
| |
| {मैक्यावली द्वारा लिखी गई एक हास्य कृति निम्न में से कौन-सी है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रिन्स
| |
| -डिस्कोर्सेस
| |
| +मेन्ड्रागोला
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सा उपयोगिता का मूल तत्त्व है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| +सुखवाद
| |
| -दु:खवाद
| |
| -ऊपर के दोनों सही हैं
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सा लेनिन के [[दर्शन]] का अंश नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623
| |
| |type="()"}
| |
| -सर्वहारा वर्ग की तानाशाही
| |
| -मार्गदर्शक सिद्धांत
| |
| +लौह आवरण की नीति
| |
| -पेशेवर क्रान्तिकारी का विचार
| |
|
| |
| {मूल स्थिति में लोगों को रॉल्स के अनुसार किसका बोध होता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
| |
| |type="()"}
| |
| -समानता का
| |
| -समाज का
| |
| -[[राज्य]] का
| |
| +न्याय का
| |
|
| |
| {वह कौन-सा अमरीकी समाज सुधारक था, जिसने अपने आपको [[गाँधीजी]] का अनुयायी स्वीकार किया था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| -जॉन रॉल्स
| |
| +मार्टिन लूथर किंग
| |
| -कन्फ़्यूशियस
| |
| -उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {प्लेटो किस प्रकार की शासन व्यवस्था का समर्थन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -लोकतन्त्र
| |
| +राजतन्त्र
| |
| -तानाशाही
| |
| -अराजकतावादी
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सा [[ग्रन्थ]] मैक्यावली द्वारा रचित नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रिन्स
| |
| -द आर्ट ऑफ़ वॉर
| |
| -डिस्कोर्सेस ऑन लिवी
| |
| +थ्योरी ऑफ़ पनिशमेन्ट एण्ड रिवार्ड
| |
|
| |
| {'नेटाल इण्डिया कांग्रेस' की स्थापना [[गाँधीजी]] ने कब की थी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| +[[1894]]
| |
| -[[1890]]
| |
| -[[1914]]
| |
| -[[1893]]
| |
|
| |
| {सुख मापने के लिए बेंथम कितने मापदण्ड बताता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| -दस
| |
| -आठ
| |
| +सात
| |
| -बारह
| |
|
| |
| {लेनिन की मृत्यु कब हुई थी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623
| |
| |type="()"}
| |
| -[[1930]]
| |
| -[[1923]]
| |
| -[[1925]]
| |
| +[[1924]]
| |
|
| |
| {'ए थ्योरी ऑफ़ जस्टिस' की रचना निम्न में से किसके द्वारा की गई?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-625
| |
| |type="()"}
| |
| -फ़्रीडमैन
| |
| -हेयक
| |
| -प्लेटो
| |
| +रॉल्स
| |
|
| |
| {"जो राजनीति [[धर्म]] से विहीन है, वह मृत्युजाल की द्योतक है जो [[आत्मा]] को पतन में गिराती है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| -[[चन्द्रशेखर आज़ाद]]
| |
| -[[लोकमान्य तिलक]]
| |
| -[[गोपालकृष्ण गोखले]]
| |
| +[[महात्मा गाँधी]]
| |
|
| |
| {"जैसा अपराध वैसा दण्ड" यह किसका मत था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-588
| |
| |type="()"}
| |
| +[[कौटिल्य]]
| |
| -मैकियावली
| |
| -[[महात्मा गाँधी]]
| |
| -मार्क्स
| |
|
| |
| {"रिपब्लिक केवल राजनीति पर लिखी गई पुस्तक मात्र नहीं है, बल्कि शिक्षा पर लिखी गई एक ऐसी उत्कृष्ट रचना है, जो इससे पहले कभी नहीं लिखी गई।" निम्न में से यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-591
| |
| |type="()"}
| |
| -[[अरस्तु]]
| |
| -बार्कर
| |
| +रूसो
| |
| -हीगेल
| |
|
| |
| {मैक्यावली ने 'प्रिन्स' में किस शासन तंत्र का गुणगान किया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-597
| |
| |type="()"}
| |
| -निरंकुशतंत्र
| |
| +राजतंत्र
| |
| -लोकतंत्र
| |
| -समाजवाद
| |
|
| |
| {"[[इंग्लैण्ड]] में न्याय बेचा जाता था और बड़े महंगे मूल्य पर बेचा जाता था तथा जो व्यक्ति उस मूल्य को नहीं चुका सकता था, वह न्याय प्राप्त नहीं कर सकता था।" निम्न में से यह किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-609
| |
| |type="()"}
| |
| -मिल
| |
| +बेंथम
| |
| -स्पैन्सर
| |
| -जे. एस. मिल
| |
|
| |
| {"एक वर्ग विभाजित समाज में आर्थिक समानता असम्भव है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-623
| |
| |type="()"}
| |
| +लेनिन
| |
| -स्टालिन
| |
| -मार्क्स
| |
| -माओ
| |
|
| |
| {रॉल्स के मतानुसार 'मूल स्थिति' (Original Position) किस प्रकार की स्थिति है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-626
| |
| |type="()"}
| |
| +काल्पनिक
| |
| -वास्तविक
| |
| -उपरोक्त दोनों
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {[[गाँधीजी]] के अहिंसा के सिद्धान्त में कितने प्रकार की अहिंसा का वर्णन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-628
| |
| |type="()"}
| |
| -दो
| |
| -चार
| |
| +तीन
| |
| -पाँच
| |
|
| |
| {कालक्रम में [[मध्य काल]] का समय क्या रहा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-634
| |
| |type="()"}
| |
| -पहली से पाँचवीं [[शताब्दी]]
| |
| -पाँचवीं से दसवीं शताब्दी
| |
| +पाँचवीं से पंद्रहवीं [[शताब्दी]]
| |
| -सातवीं से पंद्रहवीं शताब्दी
| |
| </quiz>
| |
| |}
| |
| |}
| |
| __NOTOC__
| |