"पहेली 16 दिसम्बर 2019": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Aryabhata.jpg|right|80px|border|आर्यभट्ट]]'आर्यभट्ट' प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद् और गणितज्ञ थे। उन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की, जिसमें ज्योतिषशास्त्र के अनेक सिद्धांतों का प्रतिपादन है। [[आर्यभट्ट]] अपने समय के सबसे बड़े गणितज्ञ थे। आर्यभट्ट ने दशमलव प्रणाली का विकास किया। उनके प्रयासों के द्वारा ही [[खगोल विज्ञान]] को गणित से अलग किया जा सका। आर्यभट्ट ऐसे प्रथम नक्षत्र वैज्ञानिक थे, जिन्होंने यह बताया कि [[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] अपनी धुरी पर घूमती हुई [[सूर्य]] के चक्कर लगाती है। उन्होंने [[सूर्य ग्रहण]] एवं [[चन्द्र ग्रहण]] होने के वास्तविक कारण पर प्रकाश डाला। आर्यभट ने सूर्य सिद्धान्त भी लिखा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आर्यभट]]</quiz> | ||[[चित्र:Aryabhata.jpg|right|80px|border|आर्यभट्ट]]'आर्यभट्ट' प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद् और गणितज्ञ थे। उन्होंने 'आर्यभटीय' नामक ग्रंथ की रचना की, जिसमें ज्योतिषशास्त्र के अनेक सिद्धांतों का प्रतिपादन है। [[आर्यभट्ट]] अपने समय के सबसे बड़े गणितज्ञ थे। आर्यभट्ट ने दशमलव प्रणाली का विकास किया। उनके प्रयासों के द्वारा ही [[खगोल विज्ञान]] को गणित से अलग किया जा सका। आर्यभट्ट ऐसे प्रथम नक्षत्र वैज्ञानिक थे, जिन्होंने यह बताया कि [[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] अपनी धुरी पर घूमती हुई [[सूर्य]] के चक्कर लगाती है। उन्होंने [[सूर्य ग्रहण]] एवं [[चन्द्र ग्रहण]] होने के वास्तविक कारण पर प्रकाश डाला। आर्यभट ने सूर्य सिद्धान्त भी लिखा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आर्यभट]]</quiz> | ||
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12:26, 16 दिसम्बर 2019 के समय का अवतरण
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सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
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