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'''अवस्थित''' ([[विशेषण]]) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+स्था+क्त्]  
'''अवस्थित''' ([[विशेषण]]) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+स्था+क्त्]  


1. रहा हुआ, ठहरा हुआ,-एवमवस्थिते-का. 158, इन परिस्थितियों में
1. रहा हुआ, ठहरा हुआ,-एवमवस्थिते<ref>-का. 158</ref>, इन परिस्थितियों में


2. उद्देश्य में स्थिर, दृढ़
2. उद्देश्य में स्थिर, दृढ़

10:06, 19 मई 2024 के समय का अवतरण

अवस्थित (विशेषण) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+स्था+क्त्]

1. रहा हुआ, ठहरा हुआ,-एवमवस्थिते[1], इन परिस्थितियों में

2. उद्देश्य में स्थिर, दृढ़

3. टिका हुआ, सहारा लिये हुए[2]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -का. 158
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 124 |

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