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शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{ | {'तोता-ए-हिन्द' (तूतिए हिन्द) के उपनाम से जाने जाते हैं? | ||
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+[[अमीर ख़ुसरो]] | +[[अमीर ख़ुसरो]] | ||
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-[[जियाउद्दीन बरनी]] | -[[जियाउद्दीन बरनी]] | ||
-[[इब्नबतूता]] | -[[इब्नबतूता]] | ||
||[[चित्र:Amir-Khusro.jpg|right|100px|अमीर ख़ुसरो]] [[अमीर ख़ुसरो]] मध्य [[एशिया]] की लाचन जाति के तुर्क सैफ़द्दीन के पुत्र हैं। लाचन जाति के तुर्क [[चंगेज़ ख़ाँ]] के आक्रमणों से पीड़ित होकर बलबन (1266-1286 ई.) के राज्यकाल में शरणार्थी के रूप में [[भारत]] में आ बसे थे। अमीर ख़ुसरो की माँ दौलत नाज़ [[हिन्दू]] ([[राजपूत]]) थीं। ये [[दिल्ली]] के एक रईस अमी इमादुल्मुल्क की पुत्री थीं। अमी इमादुल्मुल्क बादशाह बलबन के युद्ध मन्त्री थे। ये राजनीतिक | ||[[चित्र:Amir-Khusro.jpg|right|100px|अमीर ख़ुसरो]] [[अमीर ख़ुसरो]] मध्य [[एशिया]] की लाचन जाति के तुर्क सैफ़द्दीन के पुत्र हैं। यह लाचन जाति के तुर्क [[चंगेज़ ख़ाँ]] के आक्रमणों से पीड़ित होकर बलबन (1266-1286 ई.) के राज्यकाल में शरणार्थी के रूप में [[भारत]] में आ बसे थे। अमीर ख़ुसरो की माँ दौलत नाज़ [[हिन्दू]] ([[राजपूत]]) थीं। ये [[दिल्ली]] के एक रईस अमी इमादुल्मुल्क की पुत्री थीं। अमी इमादुल्मुल्क बादशाह बलबन के युद्ध मन्त्री थे। ये राजनीतिक दबाव के कारण नए-नए [[मुसलमान]] बने थे। [[इस्लाम धर्म]] ग्रहण करने के बावज़ूद इनके घर में सारे रीति-रिवाज हिन्दुओं के थे।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अमीर ख़ुसरो]] | ||
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+रामतन पाण्डे | +रामतन पाण्डे | ||
-विष्णु पाण्डे | -विष्णु पाण्डे | ||
||[[Image:Akbar-Tansen-Haridas.jpg|तानसेन|right|120px]] भारतीय [[संगीत]] के प्रसिद्ध गायक तानसेन का जन्म सन 1504 से 1509 ई. के बीच ग्वालियर से लगभग 45 किलोमीटर दूर ग्राम बेहट में [[ग्वालियर]] के तत्कालीन प्रसिद्ध फ़क़ीर हजरत [[मुहम्मद गौस]] के वरदान स्वरूप हुआ था। | ||[[Image:Akbar-Tansen-Haridas.jpg|तानसेन|right|120px]] भारतीय [[संगीत]] के प्रसिद्ध गायक तानसेन का जन्म सन 1504 से 1509 ई. के बीच ग्वालियर से लगभग 45 किलोमीटर दूर ग्राम बेहट में [[ग्वालियर]] के तत्कालीन प्रसिद्ध फ़क़ीर हजरत [[मुहम्मद गौस]] के वरदान स्वरूप हुआ था। कहा जाता है कि श्री मकरंद पाण्डे के कई संताने हुईं, लेकिन एक पर एक अकाल ही काल कवलित होती चली गईं। इससे निराश और व्यथित श्री मकरंद पांडे सूफी संत मुहम्मद गौस की शरण में गये और उनकी दुआ से सन 1486 में तन्ना उर्फ तनसुख उर्फ त्रिलोचन का जन्म हुआ, जो आगे चलकर तानसेन के नाम से विख्यात हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तानसेन]] | ||
{[[अमीर ख़ुसरो]] का जन्म कहाँ हुआ था? | {[[अमीर ख़ुसरो]] का जन्म कहाँ हुआ था? |