"ऐसीटोन": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} *ऐसीटोन एक रंगहीन, अभिलाक्षणिक गंधवाला, ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 10: | पंक्ति 10: | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
{{cite book | last = | first = | title =हिन्दी विश्वकोश | edition =[[1960]] | publisher =नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी | location =भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language =हिन्दी | pages =289 | chapter =खण्ड 2 }} | |||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== |
10:26, 4 जुलाई 2011 का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- ऐसीटोन एक रंगहीन, अभिलाक्षणिक गंधवाला, ज्वलनशील द्रव है जो पानी, ईथर और अल्कोहल में मिश्रय है।
- ऐसीटोन काष्ठ के भंजक आसवन से प्राप्त पाइरोलिग्नियस अम्ल का घटक है।
- ऐसीटोन का मुख्य उपयोग विलायक के रूप में होता है।
- ऐसीटोन फिल्मों, शक्तिशाली विस्फोटकों, आसंजकों, काँच के समान एक प्लास्टिक और ओषधियों के निर्माण में काम आता है।
- अति शुद्ध ऐसीटोन का उपयोग इलेक्ट्रानिकी उद्योग में विभिन्न पुर्जो को सुखाने और उन्हें साफ़ करने के लिए होता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
“खण्ड 2”, हिन्दी विश्वकोश, 1960 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी, 289।