|
|
पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| <noinclude>{| width="49%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
| | |
| |-</noinclude>
| |
| | style="background:transparent;"|
| |
| {| style="background:transparent; width:100%"
| |
| |+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"|<font color="#003366">[[भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी|साप्ताहिक सम्पादकीय<small>-आदित्य चौधरी</small>]]</font>
| |
| |-
| |
| {{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
| |
| {| style="background:transparent; width:100%" align="left"
| |
| |- valign="top"
| |
| | [[चित्र:Raj-ki-niti.jpg|100px|border|right|link=भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी]]
| |
| <poem>
| |
| [[भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी|राज की नीति]]
| |
| आपकी हैसियत ही क्या है मेरे सामने। आपके पिता मेरे पिता के यहाँ फ़र्नीचर पर पॉलिश किया करते थे। लिंकन ने कहा कि यह सही है कि मेरे पिता फ़र्नीचर पर पॉलिश करते थे लेकिन उन्होंने कभी भी ख़राब पॉलिश नहीं की होगी। उन्होंने अपना काम सर्वश्रेष्ठ तरीक़े से किया और इसका नतीजा यह हुआ कि उन्होंने अपने बेटे को [[भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी|...पूरा पढ़ें]]
| |
| </poem>
| |
| |}
| |
| |}<noinclude>[[Category:मुखपृष्ठ के साँचे]]</noinclude>
| |