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[[भारतकोश सम्पादकीय 26 मई 2012|कुछ तो कह जाते]]
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15:37, 26 मई 2012 का अवतरण

साप्ताहिक सम्पादकीय-आदित्य चौधरी

कुछ तो कह जाते
      अगर इनमें से कुछ भी ऐसा नहीं है जो कि आप कर सकते हों तो आप नेता नहीं बन सकते।"
उन्होंने एक लम्बी सांस ली और फिर बोलने लगे "बोलो क्‍या कहते हो, बनना है नेता ?"
"वो तो ठीक है लेकिन नेता बनने के बाद करना क्या होगा... मेरा मतलब है कि मान लीजिए मंत्री बन गए तो फिर पॉलिसी क्या अपनाएँगे हम ?" पूरा पढ़ें

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