"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/3": अवतरणों में अंतर

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==झारखण्ड सामान्य ज्ञान==
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<quiz display=simple>
{[[बोकारो इस्पात कारखाना|बोकारो इस्पात कारखाने]] को [[लौह अयस्क]] की आपूर्ति कहाँ से की जाती है?
|type="()"}
-नोआमुण्डी खान से
+क्योंझर खान से
-बैलाडीला खान से
-बाबाबूदन खान से


{[[झारखण्ड]] राज्य में ट्रक कारखाना कहाँ स्थित है?
|type="()"}
+[[राँची]]
-[[जमशेदपुर]]
-[[धनबाद]]
-[[बोकारो]]
||[[रेशम उद्योग|रेशम]] व लाख उत्पादन और भारी मशीन उपकरण [[राँची]] के प्रमुख उद्योग हैं। जिस भूभाग पर राँची स्थित है, उसमें [[छोटा नागपुर पठार]] तंत्र का राँची पठार और पश्चिमोत्तर में ऊँचे समतल शिखर वाली पहाड़ियाँ शामिल हैं। राँची में 'नेशनल कोल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन', 'हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन', 'हिन्दुस्तान स्टील कम्पनी' का मुख्यालय और ट्रक बनाने का कारखाना भी स्थित है। यहाँ [[1960]] ई. में स्थापित राँची विश्वविद्यालय से सम्बद्ध विधि, चिकित्सा और शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राँची]]
{[[राँची]] में स्थापित 'फ़ाउंड्री फोर्ज संयन्त्र कारखाने' का सहयोगी देश कौन-सा है?
|type="()"}
-पूर्व सोवियत संघ
-[[जापान]]
+पूर्व चेकोस्लोवाकिया
-[[अमेरिका]]
{[[झारखण्ड]] में [[लोहा]] एवं [[इस्पात]] का प्रथम संयन्त्र कहाँ और कब स्थापित किया गया?
|type="()"}
-[[बोकारो]], [[1882]] ई. में
+[[जमशेदपुर]], [[1907]] ई. में
-साकची, [[1932]] ई. में
-इनमें से कोई नहीं
||'टाटानगर' के नाम से प्रसिद्ध [[जमशेदपुर]] की स्थापना [[1907]] में उद्योगपति [[जमशेदजी टाटा]] ने की थी। अपनी स्थापना के कुछ ही समय बाद जमशेदपुर तेज़ी से एक महत्त्वपूर्ण नगर बन गया। [[झारखण्ड]] का दूसरा सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर महत्त्वपूर्ण रेल और सड़क जंक्शन है। यहाँ के उद्योगों में [[भारत]] का प्रमुख [[लोहा]] और [[इस्पात]] का कारख़ाना, वाहन संयोजन कारख़ाना, [[कृषि]] के उपकरणों का निर्माण, कलई किए हुए लोहे के बर्तन तथा रेल इंजन के पुर्जे बनाने के कारख़ाने शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जमशेदपुर]]
{[[झारखण्ड]] में काले हीरों की नगरी कौन-सी है?
|type="()"}
-झरिया
-[[हज़ारीबाग़]]
-[[दुमका]]
+[[धनबाद]]
||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद]]'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] में स्थित एक मुख्य शहर है। यह कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। धनबाद औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व वाणिज्यिक क्षेत्र में अग्रणी है। झारखण्ड में स्थित इस शहर को 'कोयला राजधानी' नाम से भी जाना जाता है। कोयले की अत्यधिक प्रचुरता के कारण ही धनबाद को 'काले हीरे का नगर' भी कहा जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]]
{क्षेत्रफल की दृष्टि से देश में [[झारखण्ड]] का कौन-सा स्थान है?
|type="()"}
-12वाँ
+15वाँ
-14वाँ
-13वाँ
{[[झारखण्ड]] का सबसे सघन आबादी वाला ज़िला कौन-सा है?
|type="()"}
+[[धनबाद]]
-[[गोड्डा ज़िला|गोड्डा]]
-[[देवघर]]
-साहेबगंज
||सड़क व रेल मार्ग के लिए धनबाद [[झारखण्ड]] में अपना विशेष स्थान बना चुका है। वहीं वायुमार्ग के दृष्टिकोण से 'बरवाअड्डा' हवाई पट्टी के विस्तारीकरण का काम तेजी से प्रारम्भ हुआ। धनबाद [[भारत]] के उन कुछ चुनिंदा शहरों में से एक है, जिसकी आबादी पूरी गति से बढ़ रही है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]]
{[[झारखण्ड]] में [[हिन्दी]] के बाद सर्वाधिक बोली जाने वाली [[भाषा]] कौन-सी है?
|type="()"}
-मुण्डारी
-[[कुरुख भाषा|कुरुख]]
-नागपुरी
+[[संथाली भाषा|संथाली]]
{[[मुण्डा]] लोग अपने ग्रामों को क्या कहते हैं?
|type="()"}
-डीह
-पुर
+हातु
-खूँट
{निम्नलिखित में से कौन-सा [[झारखण्ड]] का पिट्सबर्ग है?
|type="()"}
-[[बोकारो]]
-[[राँची]]
+[[जमशेदपुर]]
-[[पलामू]]
||'जमशेदपुर' शहर, [[पूर्वी सिंहभूम ज़िला]], [[झारखण्ड]] राज्य, जो [[बिहार]] से अलग होकर नवगठित राज्य बना था, [[पूर्वोत्तर भारत]] में [[स्वर्णरेखा नदी|स्वर्णरेखा]] और खरकई नदियों के संगम पर स्थित है। यहाँ 'नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेट्री' स्थित है। 'ऑल इंडिया झारखण्ड स्टूडेन्ट यूनियन' का गठन भी [[जमशेदपुर]] में ही हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जमशेदपुर]]
{'[[सरहुल नृत्य]]' किस जनजाति के द्वारा किया जाता है?
|type="()"}
-[[गोंड]]
+उराँव
-[[संथाल]]
-इनमें से कोई नहीं
{मध्य युग में [[राजमहल]] का नाम क्या था?
|type="()"}
+[[उगमहल]]
-[[विदिशा]]
-[[मलूटी]]
-इनमें से कोई नहीं
||'उगमहल' [[बिहार]] प्रांत के [[राजमहल]] का मध्ययुगीन नाम है। [[अकबर]] के मुख्य सेनापति राजा [[मानसिंह]] ने 1592 ई. में '[[उगमहल]]' के स्थान पर राजमहल को बसाया था। राजा मानसिंह ने राजमहल को [[बंगाल]] प्रांत की राजधानी बनाया। राजमहल का प्राचीन नाम 'कजंगल' था। 'उगमहल' का नाम [[अकबर]] के वित्तमंत्री [[टोडरमल]] के [[अभिलेख|अभिलेखों]] में भी मिलता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उगमहल]]
{बिरहोर जनजाति के घर क्या कहलाते हैं?
|type="()"}
+टाँडा
-टोले
-धुमकुरिया
-अखारि
{'[[बोकारो स्टील प्लांट]]' की स्थापना किस देश की सहायता से की गई थी?
|type="()"}
-[[अमेरिका]]
+[[रूस]]
-[[जापान]]
-[[फ़्राँस]]
||[[चित्र:Bokaro-Steel-Plant.jpg|right|120px|बोकारो स्टील प्लांट]]'बोकारो स्टील प्लांट' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य के [[बोकारो]] नगर में स्थित है। यह स्टील प्लांट देश की प्रमुख नदियों में से एक [[दामोदर नदी]] के तट पर स्थित भारत का सबसे बड़ा स्टील प्लांट हैं। झारखण्ड राज्य के शहर बोकारो में कई पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से एक यह है। '[[बोकारो स्टील प्लांट]] की स्थापना भारत के पुराने सहयोगी देश [[रूस]] की सहायता से [[1965]] ई. में की गई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बोकारो स्टील प्लांट]]
{'दीयपुर दलमी' नाम से प्रसिद्ध दुर्गा मन्दिर [[झारखण्ड]] के किस शहर में है?
|type="()"}
+[[धनबाद]]
-[[देवघर]]
-[[राजमहल]]
-[[गिरिडीह]]
||'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखण्ड]] राज्य में स्थित एक शहर है, जो कोयले की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। पर्यटन के लिहाज़ से भी धनबाद में कोयले की खदानें काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग इन खदानों को देखने के लिए यहाँ आते हैं। इसके अलावा यहाँ एक भव्य [[दुर्गा]] माता का मन्दिर भी है, जो 'दीयपुर दलमी' के नाम से जाना जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]]
{किस मुस्लिम शासक ने [[देवघर]] को अपनी राजधानी बनाया था।
|type="()"}
-[[अलाउद्दीन ख़िलजी]]
-[[शेरशाह]]
+[[बख़्तियार ख़िलजी]]
-[[जहाँगीर]]
||[[बिहार]] पर सबसे पहले विजय पाने वाला मुस्लिम शासक 'बख़्तियार ख़िलजी' था। 12वीं शती में बख़्तियार ख़िलजी के आक्रमण से '[[नालन्दा विश्‍वविद्यालय]]' नष्ट हो गया था। पूर्व में तुर्क अधिक सफल रहे थे। एक ख़िलजी अधिकारी, बख़्तियार ख़िलजी, जिसके चाचा ने [[तराइन की लड़ाई]] में भाग लिया था, [[बनारस]] के पार कुछ क्षेत्रों का शासक हुआ। उसने इस बात का लाभ उठाया और बिहार में कई आक्रमण किए। इन आक्रमणों के दौरान उसने '[[नालन्दा]]' और '[[विक्रमशिला]]' जैसे [[बौद्ध]] मठों को ध्वंस कर दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बख़्तियार ख़िलजी]]
</quiz>
|}
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07:52, 6 जून 2012 का अवतरण