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<div style="padding:3px">[[चित्र:Mysore-Palace-3.jpg|right|botom|100px| महाराजा पैलेस, मैसूर|link=मैसूर|border]]</div>
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     [[अमीर ख़ुसरो]] और [[ग़ालिब]] की रचनाओं को गुनगुनाती हुई '''[[दिल्ली]]''' [[नादिरशाह]] की लूट की चीख़ों से सहम भी जाती है। [[चाँदनी चौक]]-[[जामा मस्जिद]] की सकरी गलियों से गुज़रकर चौड़े राजपथ पर 26 जनवरी की परेड को निहारती हुई दिल्ली 30 जनवरी को उन तीन गोलियों की आवाज़ को नहीं भुला पाती जो राष्ट्रपिता [[महात्मा गाँधी]] के सीने में धँस गयी थी। दिल्ली ने दौलताबाद जाने के तुग़लकी फ़रमानों को भी सुना और [[लाल क़िला|लाल क़िले]] से [[प्रधानमंत्री]] के अभिभाषणों पर तालियाँ भी बजायी। कभी रघुराय ने दिल्ली की रायसीना पहाड़ी को अपने कैमरे में क़ैद कर लिया तो कभी हुसैन के [[रंग|रंगों]] ने दिल्ली को [[रंग]] दिया। दिल्ली कभी [[कुतुबमीनार]] की मंज़िलों को चढ़ाने में पसीना बहाती रही तो कभी [[हुमायूँ का मक़बरा|हुमायूँ के मक़बरे]] में पत्थरों को तराशती रही। नौ बार लूटे जाने से भी दिल्ली के श्रृंगार में कोई कमी नहीं आयी। [[दिल्ली|... और पढ़ें]]</poem>
     [[मैसूर]] शहर, दक्षिण-मध्य [[कर्नाटक]], भूतपूर्व मैसूर राज्य, [[दक्षिण भारत|दक्षिणी भारत]] में स्थित है। यह चामुंडी पहाड़ी के पश्चिमोत्तर में 770 मीटर की ऊँचाई पर लहरदार दक्कन पठार पर [[कावेरी नदी]] व कब्बानी नदी के बीच स्थित है। 1799 ई. से 1831 ई. तक यह मैसूर रियासत की प्रशासनिक राजधानी था और अब [[बेंगळूरू|बंगलोर]] के बाद कर्नाटक राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। मैसूर भारतीय गणतंत्र में सम्मिलित एक राज्य तथा नगर है। इसकी सीमा उत्तर-पश्चिम [[मुंबई]], पूर्व में [[आंध्र प्रदेश]], दक्षिण-पूर्व में [[तमिलनाडु]] और दक्षिण-पश्चिम में [[केरल]] राज्यों से घिरी हुई है। अपनी क्रेप सिल्क की साड़ियों, [[चंदन]] के तेल और चंदन की लकड़ी से बने सामान के लिए मशहूर यह स्थान वुडयार वंश के शासन काल में उनकी राजधानी हुआ करता था। [[मैसूर|... और पढ़ें]]</poem>
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13:39, 1 जनवरी 2013 का अवतरण

एक आलेख
महाराजा पैलेस, मैसूर
महाराजा पैलेस, मैसूर

     मैसूर शहर, दक्षिण-मध्य कर्नाटक, भूतपूर्व मैसूर राज्य, दक्षिणी भारत में स्थित है। यह चामुंडी पहाड़ी के पश्चिमोत्तर में 770 मीटर की ऊँचाई पर लहरदार दक्कन पठार पर कावेरी नदी व कब्बानी नदी के बीच स्थित है। 1799 ई. से 1831 ई. तक यह मैसूर रियासत की प्रशासनिक राजधानी था और अब बंगलोर के बाद कर्नाटक राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। मैसूर भारतीय गणतंत्र में सम्मिलित एक राज्य तथा नगर है। इसकी सीमा उत्तर-पश्चिम मुंबई, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु और दक्षिण-पश्चिम में केरल राज्यों से घिरी हुई है। अपनी क्रेप सिल्क की साड़ियों, चंदन के तेल और चंदन की लकड़ी से बने सामान के लिए मशहूर यह स्थान वुडयार वंश के शासन काल में उनकी राजधानी हुआ करता था। ... और पढ़ें


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