|
|
पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| <noinclude>{| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
| | |
| |-</noinclude>
| |
| | style="background:transparent;"|
| |
| {| style="background:transparent; width:100%"
| |
| |+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">एक आलेख</font>
| |
| |-
| |
| {{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
| |
| <div style="padding:3px">[[चित्र:Tipu-Sultan.jpg|right|botom|100px|टीपू सुल्तान|link=मैसूर|border]]</div>
| |
| <poem>
| |
| [[मैसूर]] शहर का [[मैसूर का इतिहास|इतिहास]] अत्यंत प्राचीन है। इसके प्राचीनतम शासक [[कदम्ब वंश]] के थे, जिनका उल्लेख प्रख्यात भूगोलवेत्ता [[क्लॉडियस टॉलमी|टॉलमी]] ने किया है। कदम्बों को [[चेर वंश|चेरों]], [[पल्लव वंश|पल्लवों]] और [[चालुक्य वंश|चालुक्यों]] से युद्ध करना पड़ा था। 12वीं शताब्दी में जाकर मैसूर का शासन कदम्बों के हाथों से [[होयसल वंश|होयसलों]] के हाथों में आया, जिन्होंने द्वारसमुद्र अथवा आधुनिक [[हलेबिड]] को अपनी राजधानी बनाया था। 18वीं शताब्दी में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] और मैसूर के शासकों के बीच चार सैन्य मुठभेड़ हुई थीं। अंग्रेज़ों और [[हैदर अली]] तथा उसके पुत्र [[टीपू सुल्तान]] के बीच समय-समय पर युद्ध हुए जो [[मैसूर युद्ध]] नाम से जाने जाते हैं। [[मैसूर|... और पढ़ें]]</poem>
| |
| ----
| |
| <center>
| |
| {| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
| |
| |-
| |
| | [[चयनित लेख|पिछले विशेष आलेख]] →
| |
| | [[दिल्ली]] ·
| |
| | [[अशोक]] ·
| |
| | [[श्रावस्ती]] ·
| |
| | [[श्राद्ध]] ·
| |
| | [[रंग]]
| |
| |}</center>
| |
| |}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>
| |