"भरत मंदिर ऋषिकेश": अवतरणों में अंतर
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*मंदिर का मूल रूप 1398 में [[तैमूर आक्रमण]] के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हालांकि मंदिर की बहुत सी महत्वपूर्ण चीजों को उस हमले के बाद आज तक संरक्षित रखा गया है। | *मंदिर का मूल रूप 1398 में [[तैमूर आक्रमण]] के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हालांकि मंदिर की बहुत सी महत्वपूर्ण चीजों को उस हमले के बाद आज तक संरक्षित रखा गया है। | ||
*मंदिर के अंदरूनी गर्भगृह में भगवान [[विष्णु]] की प्रतिमा एकल [[शालिग्राम]] पत्थर पर उकेरी गई है। | *मंदिर के अंदरूनी गर्भगृह में भगवान [[विष्णु]] की प्रतिमा एकल [[शालिग्राम]] पत्थर पर उकेरी गई है। | ||
*आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा रखा गया | *आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा रखा गया श्रीयंत्र भी यहाँ देखा जा सकता है। | ||
07:44, 21 जून 2010 का अवतरण
- गढ़वाल, उत्तरांचल में हिमालय पर्वतों के तल में बसा ऋषिकेश का भरत मंदिर सबसे प्राचीन मंदिर है जिसे 12 शताब्दी में आदि गुरू शंकराचार्य ने बनवाया था।
- यह मन्दिर बहुत ही सुंदर है।
- भगवान राम के छोटे भाई भरत को समर्पित यह मंदिर त्रिवेणी घाट के निकट ओल्ड टाउन में स्थित है।
- मंदिर का मूल रूप 1398 में तैमूर आक्रमण के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हालांकि मंदिर की बहुत सी महत्वपूर्ण चीजों को उस हमले के बाद आज तक संरक्षित रखा गया है।
- मंदिर के अंदरूनी गर्भगृह में भगवान विष्णु की प्रतिमा एकल शालिग्राम पत्थर पर उकेरी गई है।
- आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा रखा गया श्रीयंत्र भी यहाँ देखा जा सकता है।