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| [[बांग्ला भाषा|बांग्ला]]
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| बांग्ला लिपि मूलत: ब्राह्मी लिपि और असमिया लिपि का विकसित रूप है।
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| यह बांग्लादेश और भारत के पश्चिम बंगाल, असम तथा त्रिपुरा राज्यों में बोली जाती है।
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| नागरी लिपि का नया प्रवाही स्वरूप नवीन गुजराती को इंगित करता है।
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| कर्नाटक राज्य की राजभाषा
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| [[कश्मीरी भाषा|कश्मीरी]]
| ऐतिहासिक रूप से कश्मीरी भाषा को चार लिपियों में लिखा जाता है, शारदा, [[देवनागरी भाषा|देवनागरी]], फ़ारसी-अरबी और रोमन।
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| [[कोंकणी भाषा|कोंकणी]]
| कोंकणी अनेक लिपियों में लिखी जाती रही है; जैसे - [[देवनागरी लिपि|देवनागरी]], कन्न्ड, मलयालम और रोमन।
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| शलाका लिपि
| मलयालम भाषा मुख्यतः दक्षिण-पश्चिमी तटीय राज्य केरल में बोली जाती है, यह केरल और केंद्रशासित प्रदेश [[लक्षद्वीप]] की राजभाषा है; लेकिन सीमावर्ती कर्नाटक और [[तमिलनाडु]] के द्विभाषी समुदाय के लोग भी यह भाषा बोलते हैं।
| लगभग तीन करोड़ साठ लाख
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| [[मणिपुरी भाषा|मणिपुरी]]
| इस भाषा की अपनी लिपि है, जिसे स्थानीय लोग मेइतेई माएक कहते हैं।
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| लगभग 11 लाख 80 हज़ार
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| [[मराठी भाषा|मराठी]]
| इस भाषा को लिखने के लिए [[देवनागरी लिपि|देवनागरी]] और इसके प्रवाही स्वरुप मोदी, दोनों लिपियों का उपयोग होता है।
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| लगभग 9 करोड़
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09:40, 10 अगस्त 2010 का अवतरण

भाषा लिपि क्षेत्र प्रयोगकर्ता जनसंख्या
असमिया असमिया लिपि मूलत: ब्राह्मी लिपि का ही एक विकसित रूप है। असम राज्य की राजभाषा एक करोड़ तीस लाख
बांग्ला बांग्ला लिपि मूलत: ब्राह्मी लिपि और असमिया लिपि का विकसित रूप है। यह बांग्लादेश और भारत के पश्चिम बंगाल, असम तथा त्रिपुरा राज्यों में बोली जाती है। 20 करोड़ से अधिक
गुजराती नागरी लिपि का नया प्रवाही स्वरूप नवीन गुजराती को इंगित करता है। गुजरात राज्य की राजभाषा तीन करोड़ से अधिक
हिन्दी 33.727 करोड़
कन्नड़ कन्नड़ लिपि का विकास अशोक की ब्राह्मी लिपि के दक्षिणी प्रकारों से हुआ है। कर्नाटक राज्य की राजभाषा
कश्मीरी ऐतिहासिक रूप से कश्मीरी भाषा को चार लिपियों में लिखा जाता है, शारदा, देवनागरी, फ़ारसी-अरबी और रोमन। कश्मीर की भाषा 3,174,684
कोंकणी कोंकणी अनेक लिपियों में लिखी जाती रही है; जैसे - देवनागरी, कन्न्ड, मलयालम और रोमन। कोंकणी गोवा, महाराष्ट्र के दक्षिणी भाग, कर्नाटक के उत्तरी भाग, केरल के कुछ क्षेत्रों में बोली जाती है।
मलयालम शलाका लिपि मलयालम भाषा मुख्यतः दक्षिण-पश्चिमी तटीय राज्य केरल में बोली जाती है, यह केरल और केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप की राजभाषा है; लेकिन सीमावर्ती कर्नाटक और तमिलनाडु के द्विभाषी समुदाय के लोग भी यह भाषा बोलते हैं। लगभग तीन करोड़ साठ लाख
मणिपुरी इस भाषा की अपनी लिपि है, जिसे स्थानीय लोग मेइतेई माएक कहते हैं। मुख्यतः पूर्वोत्तर भारत के लिए मणिपुर राज्य में बोली जाने वाली भाषा है। यह असम, मिज़ोरम, त्रिपुरा, बांग्लादेश और म्यांमार में भी बोली जाती है। लगभग 11 लाख 80 हज़ार
मराठी इस भाषा को लिखने के लिए देवनागरी और इसके प्रवाही स्वरुप मोदी, दोनों लिपियों का उपयोग होता है। महाराष्ट्र की राजभाषा है। इसे बोलने का मानक स्वरुप पुणे (भूतपूर्व पूना) शहर की बोली है। यह भाषा गोवा, कर्नाटक, गुजरात में बोली जाती है। केन्द्रशासित प्रदेशों में यह दमन और दीव , और दादरा तथा नगर हवेली में भी बोली जाती है। लगभग 9 करोड़