"प्रयोग:दीपिका3": अवतरणों में अंतर
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-[[फ्रांस]] | -[[फ्रांस]] | ||
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||[[भारत]] में विधायिका [[ब्रिटेन]] के नमूने पर निर्मित हुई है। विधायिका से आशय [[संसद]] से है। भारत की संसद [[राष्ट्रपति]] तथा दोनों सदनों (राज्य सभा तथा [[लोक सभा]]) से मिलकर बनी है। | ||[[भारत]] में विधायिका [[ब्रिटेन]] के नमूने पर निर्मित हुई है। विधायिका से आशय [[संसद]] से है। भारत की संसद [[राष्ट्रपति]] तथा दोनों सदनों ([[राज्य सभा]] तथा [[लोक सभा]]) से मिलकर बनी है। | ||
{"राजनीतिक दल अपरिहार्य हैं, कोई भी स्वतंत्र देश उनके बिना नहीं रह सकता।" यह कथन किसका है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-104,प्रश्न-1 | {"राजनीतिक दल अपरिहार्य हैं, कोई भी स्वतंत्र देश उनके बिना नहीं रह सकता।" यह कथन किसका है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-104,प्रश्न-1 | ||
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-गार्नर | -गार्नर | ||
-[[मैक्स वेबर]] | -[[मैक्स वेबर]] | ||
||ब्राइस के अनुसार, "राजनीतिक दल अपरिहार्य हैं, कोई भी स्वतंत्र देश उनके बिना नहीं | ||ब्राइस के अनुसार, "राजनीतिक दल अपरिहार्य हैं, कोई भी स्वतंत्र देश उनके बिना नहीं रह सकता।" इनके अतिरिक्त ब्राइस ने राजनीतिक दल के संबंध में कहा है कि "राजनीतिक दल उस संगठित समूह को कहते हैं जिसकी सदस्यता ऐच्छिक हो और जो राजनीतिक शक्ति को प्राप्त करने में अपनी सामूहिक शक्ति लगा दे।" | ||
{[[मैक्स वेबर]] का कार्य संकेंद्रित है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-109,प्रश्न-31 | {[[मैक्स वेबर]] का कार्य संकेंद्रित है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-109,प्रश्न-31 | ||
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{यदि सदन का सत्रावसान हो गया है, तो इसे आहूत करने के लिए कौन अधिकृत है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-138,प्रश्न-11 | {यदि सदन का सत्रावसान हो गया है, तो इसे आहूत करने के लिए कौन अधिकृत है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-138,प्रश्न-11 | ||
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-अध्यक्ष | -[[लोक सभा अध्यक्ष]] | ||
-[[उपराष्ट्रपति]] | -[[उपराष्ट्रपति]] | ||
-[[प्रधानमंत्री]] | -[[प्रधानमंत्री]] | ||
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||संविधान के 86वां संशोधन के द्वारा 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा मौलिक अधिकार बन गई है। | ||संविधान के 86वां संशोधन के द्वारा 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा मौलिक अधिकार बन गई है। | ||
{पंचायत राज्य सम्मिलित है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-186,प्रश्न-1 | {[[पंचायती राज|पंचायत राज्य]] सम्मिलित है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-186,प्रश्न-1 | ||
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-संघीय सूची में | -संघीय सूची में | ||
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-समवर्ती सूची में | -समवर्ती सूची में | ||
-अवशिष्ट सूची में | -अवशिष्ट सूची में | ||
||पंचायतों को संविधान की 7वीं अनुसूची में राज्य सूची की प्रविष्टि 5 का विषय माना गया है। इस प्रकार [[पंचायत]], राज्य सरकार का विषय है। इसके गठन तथा चुनाव कराने का अधिकार राज्यों को ही है। | ||पंचायतों को [[संविधान]] की 7वीं अनुसूची में राज्य सूची की प्रविष्टि 5 का विषय माना गया है। इस प्रकार [[पंचायत]], राज्य सरकार का विषय है। इसके गठन तथा चुनाव कराने का अधिकार राज्यों को ही है। | ||
{जाति प्रथा का तत्त्व है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-189,प्रश्न-1 | {जाति प्रथा का तत्त्व है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-189,प्रश्न-1 | ||
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-शक्ति का विभाजन | -शक्ति का विभाजन | ||
-सर्वोच्च न्यायालय का अस्तित्व | -[[सर्वोच्च न्यायालय]] का अस्तित्व | ||
+न्यायिक संगठन के तीन समुच्चय | +न्यायिक संगठन के तीन समुच्चय | ||
-लिखित संविधान | -लिखित संविधान |
11:24, 18 नवम्बर 2017 का अवतरण
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