"प्रयोग:अश्वनी1": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{| class="bharattable-purple" border="1" align="right" | |||
|- | |||
| | |||
{{सदस्य बक्सा | {{सदस्य बक्सा | ||
| float =right | | float =right | ||
| border-c = | | border-c =blue | ||
| border-s = | | border-s =2px | ||
| id = | | id =[[चित्र:Punch-bag.jpg|50px]] | ||
| id-c = | | id-c = | ||
| id-fc = | | id-fc = green | ||
| id-s = <!--id text size--> | | id-s = <!--id text size--> | ||
| id-p = <!--id cell padding space--> | | id-p = <!--id cell padding space--> | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 15: | ||
| id-w = <!--id box width--> | | id-w = <!--id box width--> | ||
| id-h = <!--id box height--> | | id-h = <!--id box height--> | ||
| info = | | info = यह सदस्य बॉक्सर है। सबसे झगड़ा भी करता रहता है। | ||
| info-c = | | info-c = yellow | ||
| info-fc = <!--info font color--> | | info-fc = <!--info font color--> | ||
| info-s = <!--info text size--> | | info-s = <!--info text size--> | ||
पंक्ति 19: | पंक्ति 22: | ||
| info-lh = <!--info line height (or distance in between text lines)--> | | info-lh = <!--info line height (or distance in between text lines)--> | ||
}} | }} | ||
|- | |||
| | |||
{{सदस्य बक्सा | |||
| float =right | |||
| border-c =blue | |||
| border-s =2px | |||
| id =[[चित्र:Punch-bag.jpg|50px]] | |||
| id-c = | |||
| id-fc = green | |||
| id-s = <!--id text size--> | |||
| id-p = <!--id cell padding space--> | |||
| id-lh = <!--id line height--> | |||
| id-op = <!--id other parameter (CSS)--> | |||
| id-w = <!--id box width--> | |||
| id-h = <!--id box height--> | |||
| info = यह सदस्य बॉक्सर है। सबसे झगड़ा भी करता रहता है। | |||
| info-c = yellow | |||
| info-fc = <!--info font color--> | |||
| info-s = <!--info text size--> | |||
| info-p = <!--info padding (distance between cell contents & cell border)--> | |||
| info-lh = <!--info line height (or distance in between text lines)--> | |||
}} | |||
|} | |||
* जॉब चारनाक ने 1690 ई. में तीन गाँवों; कोलिकाता, सुतानती तथा गोविन्दपुरी नामक जगह पर कोलकाता की नींव रखी थी। | |||
* कोलकाता शहर, पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है और ब्रिटिशकालीन भारत (1772-1912) की राजधानी था कोलकाता भारत के सबसे बड़े नगरों और प्रमुख बंदरगाहों में से एक हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदुओं की देवी काली के नाम से 'कोलकाता' शहर के नाम की उत्पत्ति हुई है। | |||
19 वीं सदी के उत्तरार्द्ध और 20 वीं शताब्दी के प्रारंभ में प्रख्यात बांग्ला साहित्यकार बंकिमचंद्र चैटर्जी, जिनका लिखा 'आनंदमठ' का गीत 'वन्दे मातरम्' आज भारत का राष्ट्र गीत है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे नेता और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जैसे महान रचनाकार से लेकर सैकड़ों स्वाधीनता के सिपाहियों का घर होने का गौरव प्राप्त है। | |||
1814 में स्थापित कोलकाता का 'इंडियन म्यूज़ियम' भारत का सबसे पुराना और अपनी तरह का सबसे बड़ा संग्रहालय है। पुरातत्व और मुद्रा विषयक खण्डों का यहाँ सबसे मूल्यवान संग्रह हैं। | |||
कोलकाता में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल मुग़ल स्थापत्य और पश्चिमी शास्त्रीय प्रभाव के मिश्रण के प्रयास को प्रदर्शित करता है। .... और पढ़ें |
07:05, 1 नवम्बर 2010 का अवतरण
- जॉब चारनाक ने 1690 ई. में तीन गाँवों; कोलिकाता, सुतानती तथा गोविन्दपुरी नामक जगह पर कोलकाता की नींव रखी थी।
- कोलकाता शहर, पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है और ब्रिटिशकालीन भारत (1772-1912) की राजधानी था कोलकाता भारत के सबसे बड़े नगरों और प्रमुख बंदरगाहों में से एक हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदुओं की देवी काली के नाम से 'कोलकाता' शहर के नाम की उत्पत्ति हुई है।
19 वीं सदी के उत्तरार्द्ध और 20 वीं शताब्दी के प्रारंभ में प्रख्यात बांग्ला साहित्यकार बंकिमचंद्र चैटर्जी, जिनका लिखा 'आनंदमठ' का गीत 'वन्दे मातरम्' आज भारत का राष्ट्र गीत है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे नेता और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जैसे महान रचनाकार से लेकर सैकड़ों स्वाधीनता के सिपाहियों का घर होने का गौरव प्राप्त है। 1814 में स्थापित कोलकाता का 'इंडियन म्यूज़ियम' भारत का सबसे पुराना और अपनी तरह का सबसे बड़ा संग्रहालय है। पुरातत्व और मुद्रा विषयक खण्डों का यहाँ सबसे मूल्यवान संग्रह हैं। कोलकाता में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल मुग़ल स्थापत्य और पश्चिमी शास्त्रीय प्रभाव के मिश्रण के प्रयास को प्रदर्शित करता है। .... और पढ़ें