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||[[चित्र:Birju-Maharaj.jpg|right|100px|[[बिरजू महाराज]]]] [[शास्त्रीय नृत्य]] में कथक का नृत्य रूप 100 से अधिक घुंघरुओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्दू धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषय वस्तुओं का नाटकीय प्रस्तुतीकरण किया जाता है। कथक का जन्म उत्तर में हुआ किन्तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया। | ||[[चित्र:Birju-Maharaj.jpg|right|100px|[[बिरजू महाराज]]]] [[शास्त्रीय नृत्य]] में कथक का नृत्य रूप 100 से अधिक घुंघरुओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्दू धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषय वस्तुओं का नाटकीय प्रस्तुतीकरण किया जाता है। कथक का जन्म उत्तर में हुआ किन्तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथक नृत्य|कत्थक]] | ||
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|| [[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|100px|[[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]]] [[भारत]] के दक्षिण-पूर्वी तट पर | || [[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|100px|[[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]]] [[भारत]] के दक्षिण-पूर्वी तट पर आन्ध्र प्रदेश राज्य है। क्षेत्रफल के अनुसार भारत का यह चौथा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से पाँचवा सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर [[हैदराबाद]] है। भारत के सभी राज्यों में सबसे लंबा समुद्र तट [[गुजरात]] में 1600 किलोमीटर है और दूसरे स्थान पर इस राज्य का समुद्र तट 972 किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आन्ध्र प्रदेश]] | ||
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-[[तमिलनाडु]] | -[[तमिलनाडु]] | ||
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||[[चित्र:Neyyar-Dam-Thiruvananthapuram.jpg|right|100px|नेय्यर बांध, [[तिरुअनंतपुरम]]]] केरल भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी सिरे पर स्थित है। स्वतंत्र [[भारत]] में जब छोटी छोटी रियासतों का विलय हुआ तब त्रावनकोरे तथा कोचीन रियासतों को मिलाकर 1 जुलाई, 1949 को 'त्रावनकोर कोचीन' राज्य बना दिया गया, लेकिन मालाबार मद्रास प्रांत के अधीन ही रहा। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत 'त्रावनकोर-कोचीन राज्य तथा मालाबार' को मिलाकर 1 नवंबर, 1956 को 'केरल राज्य' का निर्माण किया गया। हिन्दुओं और मुसलमानों के अतिरिक्त यहाँ ईसाई भी बड़ी संख्या में रहते हैं। इस राज्य का क्षेत्रफल 38863 हज़ार वर्ग किलोमीटर है। | ||[[चित्र:Neyyar-Dam-Thiruvananthapuram.jpg|right|100px|नेय्यर बांध, [[तिरुअनंतपुरम]]]] केरल भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी सिरे पर स्थित है। स्वतंत्र [[भारत]] में जब छोटी छोटी रियासतों का विलय हुआ तब त्रावनकोरे तथा कोचीन रियासतों को मिलाकर 1 जुलाई, 1949 को 'त्रावनकोर कोचीन' राज्य बना दिया गया, लेकिन मालाबार मद्रास प्रांत के अधीन ही रहा। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत 'त्रावनकोर-कोचीन राज्य तथा मालाबार' को मिलाकर 1 नवंबर, 1956 को 'केरल राज्य' का निर्माण किया गया। हिन्दुओं और मुसलमानों के अतिरिक्त यहाँ ईसाई भी बड़ी संख्या में रहते हैं। इस राज्य का क्षेत्रफल 38863 हज़ार वर्ग किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[केरल]] | ||
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-[[मोहनी अट्टम नृत्य|मोहिनीअट्टम]] | -[[मोहनी अट्टम नृत्य|मोहिनीअट्टम]] | ||
-[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण - पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, आभूषणों और मुकुट से सजे होते हैं। वे उन विभिन्न भूमिकाओं को चित्रित करने के लिए सांकेतिक रूप से विशिष्ट प्रकार का रूप धरते हैं, जो वैयक्तिक चरित्र के बजाए उस चरित्र के अधिक नज़दीक होते हैं। | ||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण - पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, आभूषणों और मुकुट से सजे होते हैं। वे उन विभिन्न भूमिकाओं को चित्रित करने के लिए सांकेतिक रूप से विशिष्ट प्रकार का रूप धरते हैं, जो वैयक्तिक चरित्र के बजाए उस चरित्र के अधिक नज़दीक होते हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
{भरतनाट्यम नृत्य शैली का सम्बन्ध किस राज्य से है? | {[[भरतनाट्यम नृत्य]] शैली का सम्बन्ध किस राज्य से है? | ||
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-केरल | -[[केरल]] | ||
-आन्ध्र प्रदेश | -[[आन्ध्र प्रदेश]] | ||
+तमिलनाडु | +[[तमिलनाडु]] | ||
-कर्नाटक | -[[कर्नाटक]] | ||
सितारा देवी का सम्बन्ध है? | ||[[चित्र:Vellore-Fort.jpg|right|100px|वेल्लोर क़िला, तमिलनाडु]] ब्रिटिश शासनकाल में यह प्रांत [[मद्रास]] प्रेसिडेंसी का हिस्सा था। स्वतंत्रता के बाद मद्रास प्रेसिडेंसी को कई भागों में बांट दिया गया, जिसके फलस्वरूप मद्रास तथा अन्य राज्यों का उदय हुआ। [[1968]] में मद्रास प्रांत का नाम बदलकर [[तमिलनाडु]] कर दिया गया। तमिलनाडु शब्द [[तमिळ भाषा]] के तमिल तथा नाडु (நாடு) जिसका शाब्दिक अर्थ घर या वास, स्थान, से मिलकर बना है जिसका अर्थ है तमिलों का घर या तमिलों का देश है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तमिलनाडु]] | ||
{सितारा देवी का सम्बन्ध है? | |||
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-मणिपुरी नृत्य से | -[[मणिपुरी नृत्य]] से | ||
+कत्थक | +[[कथक नृत्य|कत्थक]] से | ||
-गरबा नृत्य से | -[[गरबा नृत्य]] से | ||
-हिन्दूस्तानी गायन से | -हिन्दूस्तानी गायन से | ||
||[[चित्र:Birju-Maharaj.jpg|right|100px|[[बिरजू महाराज]]]] [[शास्त्रीय नृत्य]] में कथक का नृत्य रूप 100 से अधिक घुंघरुओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्दू धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषय वस्तुओं का नाटकीय प्रस्तुतीकरण किया जाता है। कथक का जन्म उत्तर में हुआ किन्तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथक नृत्य|कत्थक]] | |||
{यामिनी कृष्णमूर्ति का सम्बन्ध किस शास्त्रीय नृत्य से है? | {यामिनी कृष्णमूर्ति का सम्बन्ध किस शास्त्रीय नृत्य से है? | ||
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-भरतनाट्यम | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
-कथकली | -[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
-ओडिसी | -[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
+ | +[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | ||
||[[चित्र:Kuchipudi-Dance.jpg|right|100px|कुची पुडी नृत्य, [[आंध्र प्रदेश]]]] कुचीपुडी [[आंध्र प्रदेश]] की एक स्वदेशी [[नृत्य कला|नृत्य]] शैली है जिसने इसी नाम के गांव में जन्म लिया और पनपी, इसका मूल नाम कुचेलापुरी या कुचेलापुरम था, जो कृष्णा ज़िले का एक कस्बा है। अपने मूल से ही यह तीसरी शताब्दी बीसी में अपने धुंधले अवशेष छोड़ आई है, यह इस क्षेत्र की एक निरंतर और जीवित नृत्य परम्परा है। कुचीपुडी कला का जन्म अधिकांश भारतीय [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्यों]] के समान धर्मों के साथ जुड़ा हुआ है। एक लम्बे समय से यह कला केवल मंदिरों में और वह भी आंध्र प्रदेश के कुछ मंदिरों में वार्षिक उत्सव के अवसर पर प्रदर्शित की जाती थी।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | |||
लीला सैम्सन का सम्बन्ध किस शास्त्रीय नृत्य शैली से है? | {लीला सैम्सन का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य]] शैली से है? | ||
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+भरतनाट्यम | +[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
- | -[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | ||
- | -[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
- | -[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
{प्रियंवदा मोहंती का सम्बन्ध किस शास्त्रीय नृत्य कला शैली से है? | |||
-कथकली | {प्रियंवदा मोहंती का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य कला]] शैली से है? | ||
-भरतनाट्यम | -[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
+ओडिसी | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
- | +[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
-[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | |||
||[[चित्र:Odissi-Dance.jpg|ओडिसी नृत्य, [[उड़ीसा]]|100px|right]] ओडिसी को पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित [[शास्त्रीय नृत्य]] रूपों में से एक माना जाता है। [[उड़ीसा]] के पारम्परिक नृत्य, ओडिसी का जन्म मंदिर में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य से हुआ था। ओडिसी नृत्य का उल्लेख शिला लेखों में मिलता है, इसे ब्रह्मेश्वर मंदिर के शिला लेखों में दर्शाया गया है साथ ही कोणार्क के सूर्य मंदिर के केन्द्रीय कक्ष में इसका उल्लेख मिलता है। वर्ष 1950 में इस पूरे नृत्य रूप को एक नया रूप दिया गया, जिसके लिए अभिनय चंद्रिका और मंदिरों में पाए गए तराशे हुए नृत्य की मुद्राएं धन्यवाद के पात्र हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ओडिसी नृत्य]] | |||
{मृणालिनी साराभाई का सम्बन्ध किस शास्त्रीय नृत्य कला | {मृणालिनी साराभाई का सम्बन्ध किस शास्त्रीय [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य कला]] से है? | ||
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+कथकली | +[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
-भरतनाट्यम | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
- | -[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | ||
- | -[[कुट्टी अट्टम नृत्य|कुट्टी अट्टम]] | ||
||||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण - पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, आभूषणों और मुकुट से सजे होते हैं। वे उन विभिन्न भूमिकाओं को चित्रित करने के लिए सांकेतिक रूप से विशिष्ट प्रकार का रूप धरते हैं, जो वैयक्तिक चरित्र के बजाए उस चरित्र के अधिक नज़दीक होते हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथकली नृत्य|कथकली]] | |||
{''रंगोली'' भारत के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | {''रंगोली'' [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | ||
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-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
+महाराष्ट्र | +[[महाराष्ट्र]] | ||
-राजस्थान | -[[राजस्थान]] | ||
-छत्तीसगढ़ | -[[छत्तीसगढ़]] | ||
||[[चित्र:Ajanta-Caves-1.jpg|right|[[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता की गुफ़ाओं]] का विश्व प्रसिद्ध भित्ति चित्र|100px]] प्राचीन 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आसपास का माना जाता है । सम्राट [[अशोक]] के शिलालेख भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं । महाराष्ट्र के पहले प्रसिद्ध शासक [[सातवाहन]] (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे जो महाराष्ट्र राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महाराष्ट्र]] | |||
{'अल्पना' भारत के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | {'अल्पना' [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | ||
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-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
-तमिलनाडु | -[[तमिलनाडु]] | ||
-उत्तर प्रदेश | -[[उत्तर प्रदेश]] | ||
+ | +[[पश्चिम बंगाल]] | ||
||पश्चिम बंगाल की स्थापना [[1 मई]], [[1960]] को हुई। पश्चिम बंगाल की राजधानी [[कोलकाता]] है। [[क्रिकेट]] तथा फुटबॉल यहाँ के लोकप्रियतम खेलों में से हैं । मोहन बगान एवं ईस्ट बंगाल जैसी टीम इसी प्रदेश से हैं । नृत्य, [[संगीत]] तथा चलचित्रों की यहाँ लम्बी तथा सुव्यवस्थित परम्परा रही है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[पश्चिम बंगाल]] | |||
{''मण्डाना'' लोक कला शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | {''मण्डाना'' लोक कला शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | ||
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+राजस्थान | +[[राजस्थान]] | ||
-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
-महाराष्ट्र | -[[महाराष्ट्र]] | ||
-बिहार | -[[बिहार]] | ||
||[[चित्र:City-Palace-Udaipur.jpg|right|100px|[[सिटी पैलेस काम्पलेक्स उदयपुर|सिटी पैलेस]], [[उदयपुर]]]] राजस्थान [[भारत]] का एक प्रान्त है। यहाँ की राजधानी [[जयपुर]] है। राजस्थान भारत गणराज्य के क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में [[पाकिस्तान]], दक्षिण-पश्चिम में [[गुजरात]], दक्षिण-पूर्व में [[मध्य प्रदेश]], उत्तर में [[पंजाब]], उत्तर-पूर्व में [[उत्तर प्रदेश]] और [[हरियाणा]] है। राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि.मी. (1,32,139 वर्ग मील) है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरूस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर है। विश्व की पुरातन श्रेणियों में प्रमुख [[अरावली पर्वतमाला|अरावली श्रेणी]] राजस्थान की एकमात्र पहाड़ी है, जो कि पर्यटन का केन्द्र है, [[माउंट आबू]] और विश्वविख्यात [[दिलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू|दिलवाड़ा मंदिर]] को सम्मिलित करती है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[राजस्थान]] | |||
{''अरपन' लोक कला शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | {''अरपन' लोक कला शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | ||
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-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
-महाराष्ट्र | -[[महाराष्ट्र]] | ||
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+बिहार | +[[बिहार]] | ||
||[[चित्र:Vaishali-Bihar.jpg|right|100px|left|[[वैशाली]], बिहार]] बिहार का उल्लेख [[वेद|वेदों]], [[पुराण|पुराणों]] और प्राचीन महाकाव्यों में मिलता है। यह राज्य महात्मा [[बुद्ध]] और 24 जैन [[तीर्थंकर|तीर्थकरों]] की कर्मभूमि रहा हैं। ईसा पूर्व काल में इस क्षेत्र पर [[बिम्बिसार]], [[पाटलिपुत्र]] की स्थापना करने वाले उदयन, [[चन्द्रगुप्त मौर्य]] और [[अशोक|सम्राट अशोक]] सहित मौर्य, शुंग तथा कण्व राजवंश के नरेशों ने राज किया इसके पश्चात कुषाण शासकों का समय आया और बाद में [[गुप्त वंश]] के [[चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य]] ने बिहार पर राज किया। मध्यकाल में मुस्लिम शासकों का इस क्षेत्र पर अधिकार रहा। बिहार पर सबसे पहले विजय पाने वाला मुस्लिम शासक 'मोहम्मद बिन बख्तियार ख़िलजी' था। [[ख़िलजी वंश]] के बाद [[तुग़लक़ वंश]] तथा [[मुग़ल वंश]] का आधिपत्य रहा था। [[डॉक्टर अंसारी]] (1880-1936 ई.) एक प्रमुख [[मुसलमान]] राष्ट्रीयतावादी नेता थे। उनका जन्म बिहार में हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बिहार]] | |||
{''कलमकारी'' लोक कला सम्बन्ध किस राज्य से है? | {''कलमकारी'' लोक कला सम्बन्ध किस राज्य से है? | ||
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-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
-बिहार | -[[बिहार]] | ||
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|| [[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|100px|[[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]]] [[भारत]] के दक्षिण-पूर्वी तट पर आन्ध्र प्रदेश राज्य है। क्षेत्रफल के अनुसार भारत का यह चौथा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से पाँचवा सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर [[हैदराबाद]] है। भारत के सभी राज्यों में सबसे लंबा समुद्र तट [[गुजरात]] में 1600 किलोमीटर है और दूसरे स्थान पर इस राज्य का समुद्र तट 972 किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आन्ध्र प्रदेश]] | |||
{''फुलकारी'' लोक कला कहाँ प्रचलित है? | {''फुलकारी'' लोक कला कहाँ प्रचलित है? | ||
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{ | ||[[चित्र:Chandigarh-High-Court.jpg|right|100px|[[महान्यायालय चंडीगढ़|महान्यायालय]], [[चंडीगढ़]]]] उत्तर [[भारत]] के प्रांत [[पंजाब]] को 1966 में विभाजित करके हरियाणा राज्य बनाया गया था। इस राज्य की सीमा के उत्तर में [[पंजाब]] और [[हिमाचल प्रदेश]], पश्चिम तथा दक्षिण सीमा पर [[राजस्थान]] और पूर्व में [[उत्तराखंड]], [[उत्तर प्रदेश]] है। भारत की राजधानी [[दिल्ली]] के तीन तरफ हरियाणा की सीमायें लगी हुई हैं जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का एक बडा हिस्सा हरियाणा में मिला है। हरियाणा प्रदेश की राजधानी [[चंडीगढ़]] है, जो केंद्र शासित प्रदेश होने के साथ पंजाब राज्य की भी राजधानी है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हरियाणा]] | ||
{[[गरबा नृत्य|गरबा]] [[लोक नृत्य|लोक नृत्य शैली]] कहाँ प्रचलित है? | |||
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||[[चित्र:Dwarkadhish-Temple-Dwarka-Gujarat-2.jpg|right|100px|[[द्वारिकाधीश मंदिर द्वारिका|द्वारिकाधीश मन्दिर]], [[द्वारका]], गुजरात]] गुजरात पश्चिमी [[भारत]] का एक प्रान्त है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा [[पाकिस्तान]] से लगी है। [[राजस्थान]] और [[मध्य प्रदेश]] इसके उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित हैं। [[महाराष्ट्र]] इसके पूर्व में है। [[अरब सागर]] इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर दादरा एवं नगर-हवेली हैं। इस प्रांत की राजधानी [[गांधीनगर]] है। गांधीनगर प्रांत के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र [[अहमदाबाद]] के समीप स्थित है। गुजरात का क्षेत्रफल 1,96,077 किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[गुजरात]] | |||
{ हिन्दुस्तानी संगीत का सर्वाधिक प्राचीन घराना है? | { हिन्दुस्तानी [[संगीत]] का सर्वाधिक प्राचीन घराना है? | ||
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+ग्वालियर घराना | +ग्वालियर घराना | ||
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-जयपुर घराना | -जयपुर घराना | ||
{ निम्न में से कौन सा हिन्दुस्तानी संगीत घराना नहीं है? | { निम्न में से कौन सा हिन्दुस्तानी [[संगीत]] घराना नहीं है? | ||
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+लखनऊ घराना | +लखनऊ घराना | ||
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-जयपुर घराना | -जयपुर घराना | ||
-किराना घराना | -किराना घराना | ||
{ बड़े गुलाम अली किस घराना से सम्बन्धित थे? | { बड़े गुलाम अली किस घराना से सम्बन्धित थे? | ||
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-जयपुर घराना से | -जयपुर घराना से | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
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