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==सामान्य ज्ञान कला और संस्कृति== | ==सामान्य ज्ञान कला और संस्कृति== | ||
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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ 'तोता-ए-हिन्द' (तूतिए हिन्द) के उपनाम से जाने जाते हैं? | |||
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+[[अमीर ख़ुसरो]] | +[[अमीर ख़ुसरो]] | ||
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-[[इब्नबतूता]] | -[[इब्नबतूता]] | ||
||[[चित्र:Amir-Khusro.jpg|right|100px|अमीर ख़ुसरो]] [[अमीर ख़ुसरो]] मध्य [[एशिया]] की लाचन जाति के तुर्क सैफ़द्दीन के पुत्र हैं। यह लाचन जाति के तुर्क [[चंगेज़ ख़ाँ]] के आक्रमणों से पीड़ित होकर बलबन (1266-1286 ई.) के राज्यकाल में शरणार्थी के रूप में [[भारत]] में आ बसे थे। अमीर ख़ुसरो की माँ दौलत नाज़ [[हिन्दू]] ([[राजपूत]]) थीं। ये [[दिल्ली]] के एक रईस अमी इमादुल्मुल्क की पुत्री थीं। अमी इमादुल्मुल्क बादशाह बलबन के युद्ध मन्त्री थे। ये राजनीतिक दबाव के कारण नए-नए [[मुसलमान]] बने थे। [[इस्लाम धर्म]] ग्रहण करने के बावज़ूद इनके घर में सारे रीति-रिवाज हिन्दुओं के थे।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अमीर ख़ुसरो]] | ||[[चित्र:Amir-Khusro.jpg|right|100px|अमीर ख़ुसरो]] [[अमीर ख़ुसरो]] मध्य [[एशिया]] की लाचन जाति के तुर्क सैफ़द्दीन के पुत्र हैं। यह लाचन जाति के तुर्क [[चंगेज़ ख़ाँ]] के आक्रमणों से पीड़ित होकर बलबन (1266-1286 ई.) के राज्यकाल में शरणार्थी के रूप में [[भारत]] में आ बसे थे। अमीर ख़ुसरो की माँ दौलत नाज़ [[हिन्दू]] ([[राजपूत]]) थीं। ये [[दिल्ली]] के एक रईस अमी इमादुल्मुल्क की पुत्री थीं। अमी इमादुल्मुल्क बादशाह बलबन के युद्ध मन्त्री थे। ये राजनीतिक दबाव के कारण नए-नए [[मुसलमान]] बने थे। [[इस्लाम धर्म]] ग्रहण करने के बावज़ूद इनके घर में सारे रीति-रिवाज हिन्दुओं के थे।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अमीर ख़ुसरो]] | ||
{[[भारत]] में सूफ़ी सम्प्रदाय का संस्थापक किसे माना जाता है? | {[[भारत]] में सूफ़ी सम्प्रदाय का संस्थापक किसे माना जाता है? | ||
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+रामतन पाण्डे | +रामतन पाण्डे | ||
-विष्णु पाण्डे | -विष्णु पाण्डे | ||
||[[Image:Akbar-Tansen-Haridas.jpg|तानसेन|right|120px]] भारतीय [[संगीत]] के प्रसिद्ध गायक तानसेन का जन्म सन 1504 से 1509 ई. के बीच ग्वालियर से लगभग 45 किलोमीटर दूर ग्राम बेहट में [[ग्वालियर]] के तत्कालीन प्रसिद्ध फ़क़ीर हजरत | ||[[Image:Akbar-Tansen-Haridas.jpg|तानसेन|right|120px]] भारतीय [[संगीत]] के प्रसिद्ध गायक तानसेन का जन्म सन 1504 से 1509 ई. के बीच ग्वालियर से लगभग 45 किलोमीटर दूर ग्राम बेहट में [[ग्वालियर]] के तत्कालीन प्रसिद्ध फ़क़ीर हजरत मुहम्मद गौस के वरदान स्वरूप हुआ था। कहा जाता है कि श्री मकरंद पाण्डे के कई संताने हुईं, लेकिन एक पर एक अकाल ही काल कवलित होती चली गईं। इससे निराश और व्यथित श्री मकरंद पांडे सूफी संत मुहम्मद गौस की शरण में गये और उनकी दुआ से सन 1486 में तन्ना उर्फ तनसुख उर्फ त्रिलोचन का जन्म हुआ, जो आगे चलकर तानसेन के नाम से विख्यात हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तानसेन]] | ||
{[[अमीर ख़ुसरो]] का जन्म कहाँ हुआ था? | {[[अमीर ख़ुसरो]] का जन्म कहाँ हुआ था? | ||
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-[[तमिलनाडु]] | -[[तमिलनाडु]] | ||
-[[उड़ीसा]] | -[[उड़ीसा]] | ||
||[[चित्र:Neyyar-Dam-Thiruvananthapuram.jpg|right|100px|नेय्यर बांध, [[तिरुअनंतपुरम]]]] केरल भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी सिरे पर स्थित है। स्वतंत्र [[भारत]] में जब छोटी छोटी रियासतों का विलय हुआ तब त्रावनकोरे तथा कोचीन रियासतों को मिलाकर 1 जुलाई, 1949 को 'त्रावनकोर कोचीन' राज्य बना दिया गया, लेकिन मालाबार मद्रास प्रांत के अधीन ही रहा। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत 'त्रावनकोर-कोचीन राज्य तथा मालाबार' को मिलाकर 1 नवंबर, 1956 को 'केरल राज्य' का निर्माण किया गया। | ||[[चित्र:Neyyar-Dam-Thiruvananthapuram.jpg|right|100px|नेय्यर बांध, [[तिरुअनंतपुरम]]]] केरल भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी सिरे पर स्थित है। स्वतंत्र [[भारत]] में जब छोटी छोटी रियासतों का विलय हुआ तब त्रावनकोरे तथा कोचीन रियासतों को मिलाकर [[1 जुलाई]], [[1949]] को 'त्रावनकोर कोचीन' राज्य बना दिया गया, लेकिन मालाबार मद्रास प्रांत के अधीन ही रहा। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत 'त्रावनकोर-कोचीन राज्य तथा मालाबार' को मिलाकर [[1 नवंबर]], [[1956]] को 'केरल राज्य' का निर्माण किया गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[केरल]] | ||
{[[केरल]] में सर्वाधिक प्रचलित [[शास्त्रीय नृत्य]] है? | {[[केरल]] में सर्वाधिक प्रचलित [[शास्त्रीय नृत्य]] है? | ||
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-[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ी]] | -[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ी]] | ||
+[[कथकली नृत्य|कथकली]] | +[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
-[[मोहनी अट्टम नृत्य|मोहिनीअट्टम]] | -[[मोहनी अट्टम नृत्य|मोहिनीअट्टम]] | ||
-[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण- पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, [[आभूषण|आभूषणों]] और मुकुट से सजे | ||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण- पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, [[आभूषण|आभूषणों]] और मुकुट से सजे होते हैं। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
{[[भरतनाट्यम नृत्य]] शैली का सम्बन्ध किस राज्य से है? | {[[भरतनाट्यम नृत्य]] शैली का सम्बन्ध किस राज्य से है? | ||
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+[[तमिलनाडु]] | +[[तमिलनाडु]] | ||
-[[कर्नाटक]] | -[[कर्नाटक]] | ||
||[[चित्र:Vellore-Fort.jpg|right|100px|वेल्लोर क़िला, तमिलनाडु]] ब्रिटिश शासनकाल में यह प्रांत [[मद्रास]] प्रेसिडेंसी का हिस्सा था। स्वतंत्रता के बाद मद्रास प्रेसिडेंसी को कई भागों में बांट दिया गया, जिसके फलस्वरूप मद्रास तथा अन्य राज्यों का उदय हुआ। [[1968]] में मद्रास प्रांत का नाम बदलकर [[तमिलनाडु]] कर दिया गया। तमिलनाडु शब्द [[ | ||[[चित्र:Vellore-Fort.jpg|right|100px|वेल्लोर क़िला, तमिलनाडु]] ब्रिटिश शासनकाल में यह प्रांत [[मद्रास]] प्रेसिडेंसी का हिस्सा था। स्वतंत्रता के बाद मद्रास प्रेसिडेंसी को कई भागों में बांट दिया गया, जिसके फलस्वरूप मद्रास तथा अन्य राज्यों का उदय हुआ। [[1968]] में मद्रास प्रांत का नाम बदलकर [[तमिलनाडु]] कर दिया गया। तमिलनाडु शब्द [[तमिल भाषा]] के तमिल तथा नाडु (நாடு) जिसका शाब्दिक अर्थ घर या वास, स्थान, से मिलकर बना है जिसका अर्थ है तमिलों का घर या तमिलों का देश है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तमिलनाडु]] | ||
{सितारा देवी का सम्बन्ध है? | {सितारा देवी का सम्बन्ध है? | ||
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-[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | -[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
+[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | +[[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | ||
||[[चित्र:Kuchipudi-Dance.jpg|right|100px|कुचिपुड़ि नृत्य, [[आंध्र प्रदेश]]]] कुचिपुड़ि [[आंध्र प्रदेश]] की एक स्वदेशी [[नृत्य कला|नृत्य]] शैली है जिसने इसी नाम के गाँव में जन्म लिया और पनपी, इसका मूल नाम कुचेलापुरी या कुचेलापुरम था, जो कृष्णा ज़िले का एक कस्बा है। अपने मूल से ही यह तीसरी शताब्दी बीसी में अपने धुंधले अवशेष छोड़ आई है, यह इस क्षेत्र की एक निरंतर और जीवित नृत्य परम्परा है। | ||[[चित्र:Kuchipudi-Dance.jpg|right|100px|कुचिपुड़ि नृत्य, [[आंध्र प्रदेश]]]] कुचिपुड़ि [[आंध्र प्रदेश]] की एक स्वदेशी [[नृत्य कला|नृत्य]] शैली है जिसने इसी नाम के गाँव में जन्म लिया और पनपी, इसका मूल नाम कुचेलापुरी या कुचेलापुरम था, जो कृष्णा ज़िले का एक कस्बा है। अपने मूल से ही यह तीसरी शताब्दी बीसी में अपने धुंधले अवशेष छोड़ आई है, यह इस क्षेत्र की एक निरंतर और जीवित नृत्य परम्परा है। कुचिपुड़ि कला का जन्म अधिकांश भारतीय [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्यों]] के समान धर्मों के साथ जुड़ा हुआ है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कुचिपुड़ि नृत्य|कुचिपुड़ि]] | ||
{लीला सैम्सन का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य]] शैली से है? | {लीला सैम्सन का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य]] शैली से है? | ||
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||[[चित्र:Bharatanatyam-Dance.jpg|right|100px|भरतनाट्यम नृत्य]] [[शास्त्रीय नृत्य]] का यह एक प्रसिद्ध नृत्य है। भरतनाट्यम, [[भारत]] के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है तथा इसका संबंध दक्षिण भारत के [[तमिलनाडु]] राज्य से है। यह नाम 'भरत' शब्द से लिया गया तथा इसका संबंध नृत्यशास्त्र से है। ऐसा माना जाता है कि [[ब्रह्मा]], हिंदू देवकुल के महान त्रिदेवों में से प्रथम, नाट्य शास्त्र अथवा नृत्य विज्ञान हैं। इन्द्र व स्वर्ग के अन्य देवताओं के अनुनय-विनय से ब्रह्मा इतना प्रभावित हुआ कि उसने नृत्य वेद सृजित करने के लिए चारों [[वेद|वेदों]] का उपयोग किया। नाट्य वेद अथवा पंचम वेद, भरत व उसके अनुयाइयों को प्रदान किया गया जिन्होंने इस विद्या का परिचय पृथ्वी के नश्वर मनुष्यों को दिया। अत: इसका नाम भरत नाट्यम हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||[[चित्र:Bharatanatyam-Dance.jpg|right|100px|भरतनाट्यम नृत्य]] [[शास्त्रीय नृत्य]] का यह एक प्रसिद्ध नृत्य है। भरतनाट्यम, [[भारत]] के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है तथा इसका संबंध दक्षिण भारत के [[तमिलनाडु]] राज्य से है। यह नाम 'भरत' शब्द से लिया गया तथा इसका संबंध नृत्यशास्त्र से है। ऐसा माना जाता है कि [[ब्रह्मा]], हिंदू देवकुल के महान त्रिदेवों में से प्रथम, नाट्य शास्त्र अथवा नृत्य विज्ञान हैं। इन्द्र व स्वर्ग के अन्य देवताओं के अनुनय-विनय से ब्रह्मा इतना प्रभावित हुआ कि उसने नृत्य वेद सृजित करने के लिए चारों [[वेद|वेदों]] का उपयोग किया। नाट्य वेद अथवा पंचम वेद, भरत व उसके अनुयाइयों को प्रदान किया गया जिन्होंने इस विद्या का परिचय पृथ्वी के नश्वर मनुष्यों को दिया। अत: इसका नाम भरत नाट्यम हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
{प्रियंवदा मोहंती का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य | {प्रियंवदा मोहंती का सम्बन्ध किस [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य]] कला शैली से है? | ||
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-[[कथकली नृत्य|कथकली]] | -[[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
-[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
+[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | +[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
-[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | -[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | ||
||[[चित्र:Odissi-Dance.jpg|ओडिसी नृत्य, [[उड़ीसा]]|100px|right]] ओडिसी को पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित [[शास्त्रीय नृत्य]] रूपों में से एक माना जाता है। [[उड़ीसा]] के पारम्परिक नृत्य, ओडिसी का जन्म मंदिर में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य से हुआ था। ओडिसी नृत्य का उल्लेख शिला लेखों में मिलता है, इसे ब्रह्मेश्वर मंदिर के शिला लेखों में दर्शाया गया है साथ ही [[कोणार्क]] के [[सूर्य मंदिर कोणार्क|सूर्य मंदिर]] के केन्द्रीय कक्ष में इसका उल्लेख मिलता है। | ||[[चित्र:Odissi-Dance.jpg|ओडिसी नृत्य, [[उड़ीसा]]|100px|right]] ओडिसी को पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित [[शास्त्रीय नृत्य]] रूपों में से एक माना जाता है। [[उड़ीसा]] के पारम्परिक नृत्य, ओडिसी का जन्म मंदिर में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य से हुआ था। ओडिसी नृत्य का उल्लेख शिला लेखों में मिलता है, इसे ब्रह्मेश्वर मंदिर के शिला लेखों में दर्शाया गया है साथ ही [[कोणार्क]] के [[सूर्य मंदिर कोणार्क|सूर्य मंदिर]] के केन्द्रीय कक्ष में इसका उल्लेख मिलता है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ओडिसी नृत्य]] | ||
{मृणालिनी साराभाई का सम्बन्ध किस शास्त्रीय [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य कला]] से है? | {मृणालिनी साराभाई का सम्बन्ध किस शास्त्रीय [[शास्त्रीय नृत्य|शास्त्रीय नृत्य कला]] से है? | ||
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-[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | -[[कूडियाट्टम नृत्य|कूडियाट्टम]] | ||
-[[कुट्टी अट्टम नृत्य|कुट्टी अट्टम]] | -[[कुट्टी अट्टम नृत्य|कुट्टी अट्टम]] | ||
||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण - पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, [[आभूषण|आभूषणों]] और मुकुट से सजे | ||[[चित्र:Kathakali-Dance.jpg|right|100px|कथकली नृत्य, [[केरल]]]] [[केरल]] के दक्षिण - पश्चिमी राज्य का एक समृद्ध और फलने फूलने वाला [[शास्त्रीय नृत्य]] कथकली यहाँ की परम्परा है। कथकली का अर्थ है एक कथा का नाटक या एक नृत्य नाटिका। कथा का अर्थ है कहानी, यहाँ अभिनेता [[रामायण]] और [[महाभारत]] के महाग्रंथों और [[पुराण|पुराणों]] से लिए गए चरित्रों को अभिनय करते हैं। यह अत्यंत रंग बिरंगा नृत्य है। इसके नर्तक उभरे हुए परिधानों, फूलदार दुपट्टों, [[आभूषण|आभूषणों]] और मुकुट से सजे होते हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथकली नृत्य|कथकली]] | ||
{रंगोली [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | {रंगोली [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक [[कला]] शैली है? | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
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-[[राजस्थान]] | -[[राजस्थान]] | ||
-[[छत्तीसगढ़]] | -[[छत्तीसगढ़]] | ||
||[[चित्र:Ajanta-Caves-1.jpg|right|[[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता की गुफ़ाओं]] का विश्व प्रसिद्ध भित्ति चित्र|100px]] प्राचीन 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आसपास का माना जाता है । सम्राट [[अशोक]] के शिलालेख भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं । महाराष्ट्र के पहले प्रसिद्ध शासक [[सातवाहन]] (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे जो महाराष्ट्र राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महाराष्ट्र]] | ||[[चित्र:Ajanta-Caves-1.jpg|right|[[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता की गुफ़ाओं]] का विश्व प्रसिद्ध भित्ति चित्र|100px]] महाराष्ट्र, प्राचीन 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आसपास का माना जाता है । सम्राट [[अशोक]] के शिलालेख भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं । महाराष्ट्र के पहले प्रसिद्ध शासक [[सातवाहन]] (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे जो महाराष्ट्र राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[महाराष्ट्र]] | ||
{'अल्पना' [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक कला शैली है? | {'अल्पना' [[भारत]] के किस क्षेत्र की प्रमुख लोक [[कला]] शैली है? | ||
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-[[महाराष्ट्र]] | -[[महाराष्ट्र]] | ||
-[[बिहार]] | -[[बिहार]] | ||
||[[चित्र:City-Palace-Udaipur.jpg|right|100px|[[सिटी पैलेस काम्पलेक्स उदयपुर|सिटी पैलेस]], [[उदयपुर]]]] राजस्थान [[भारत]] का एक प्रान्त है। यहाँ की राजधानी [[जयपुर]] है। राजस्थान भारत गणराज्य के क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में [[पाकिस्तान]], दक्षिण-पश्चिम में [[गुजरात]], दक्षिण-पूर्व में [[मध्य प्रदेश]], उत्तर में [[पंजाब]], उत्तर-पूर्व में [[उत्तर प्रदेश]] और [[हरियाणा]] है। राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर (1,32,139 वर्ग मील) है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरूस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर | ||[[चित्र:City-Palace-Udaipur.jpg|right|100px|[[सिटी पैलेस काम्पलेक्स उदयपुर|सिटी पैलेस]], [[उदयपुर]]]] राजस्थान [[भारत]] का एक प्रान्त है। यहाँ की राजधानी [[जयपुर]] है। राजस्थान भारत गणराज्य के क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में [[पाकिस्तान]], दक्षिण-पश्चिम में [[गुजरात]], दक्षिण-पूर्व में [[मध्य प्रदेश]], उत्तर में [[पंजाब]], उत्तर-पूर्व में [[उत्तर प्रदेश]] और [[हरियाणा]] है। राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर (1,32,139 वर्ग मील) है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरूस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[राजस्थान]] | ||
{'अरपन' लोक कला शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | {'अरपन' लोक [[कला]] शैली का सम्बन्ध किस भारतीय राज्य से है? | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
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-[[पश्चिम बंगाल]] | -[[पश्चिम बंगाल]] | ||
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||[[चित्र:Vaishali-Bihar.jpg|right|100px|left|[[वैशाली]], [[बिहार]]]] बिहार का उल्लेख [[वेद|वेदों]], [[पुराण|पुराणों]] और प्राचीन महाकाव्यों में मिलता है। यह राज्य महात्मा [[बुद्ध]] और 24 जैन [[तीर्थंकर|तीर्थकरों]] की कर्मभूमि रहा है। ईसा पूर्व काल में इस क्षेत्र पर [[बिम्बिसार]], [[पाटलिपुत्र]] की स्थापना करने वाले उदयन, [[चन्द्रगुप्त मौर्य]] और [[अशोक|सम्राट अशोक]] सहित मौर्य, शुंग तथा [[कण्व वंश|कण्व राजवंश]] के नरेशों ने राज किया इसके पश्चात कुषाण शासकों का समय आया और बाद में [[गुप्त वंश]] के [[चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य]] ने बिहार पर राज किया। मध्यकाल में मुस्लिम शासकों का इस क्षेत्र पर अधिकार रहा। | ||[[चित्र:Vaishali-Bihar.jpg|right|100px|left|[[वैशाली]], [[बिहार]]]] बिहार का उल्लेख [[वेद|वेदों]], [[पुराण|पुराणों]] और प्राचीन महाकाव्यों में मिलता है। यह राज्य महात्मा [[बुद्ध]] और 24 जैन [[तीर्थंकर|तीर्थकरों]] की कर्मभूमि रहा है। ईसा पूर्व काल में इस क्षेत्र पर [[बिम्बिसार]], [[पाटलिपुत्र]] की स्थापना करने वाले उदयन, [[चन्द्रगुप्त मौर्य]] और [[अशोक|सम्राट अशोक]] सहित मौर्य, शुंग तथा [[कण्व वंश|कण्व राजवंश]] के नरेशों ने राज किया इसके पश्चात कुषाण शासकों का समय आया और बाद में [[गुप्त वंश]] के [[चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य]] ने बिहार पर राज किया। मध्यकाल में मुस्लिम शासकों का इस क्षेत्र पर अधिकार रहा। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बिहार]] | ||
{'कलमकारी' लोक कला का सम्बन्ध किस राज्य से है? | {'कलमकारी' लोक [[कला]] का सम्बन्ध किस राज्य से है? | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
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|| [[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|100px|[[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]]] [[भारत]] के दक्षिण-पूर्वी तट पर आन्ध्र प्रदेश राज्य है। क्षेत्रफल के अनुसार भारत का यह चौथा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से पाँचवा सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर [[हैदराबाद]] है। भारत के सभी राज्यों में सबसे लंबा समुद्र तट [[गुजरात]] में 1600 किलोमीटर है और दूसरे स्थान पर इस राज्य का समुद्र तट 972 किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आन्ध्र प्रदेश]] | || [[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|100px|[[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]]] [[भारत]] के दक्षिण-पूर्वी तट पर आन्ध्र प्रदेश राज्य है। क्षेत्रफल के अनुसार भारत का यह चौथा सबसे बड़ा और जनसंख्या की दृष्टि से पाँचवा सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर [[हैदराबाद]] है। भारत के सभी राज्यों में सबसे लंबा समुद्र तट [[गुजरात]] में 1600 किलोमीटर है और दूसरे स्थान पर इस राज्य का समुद्र तट 972 किलोमीटर है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आन्ध्र प्रदेश]] | ||
{'फुलकारी' लोक कला कहाँ प्रचलित है? | {'फुलकारी' लोक [[कला]] कहाँ प्रचलित है? | ||
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+[[हरियाणा]] | +[[हरियाणा]] | ||
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||[[चित्र:Chandigarh-High-Court.jpg|right|100px|[[महान्यायालय चंडीगढ़|महान्यायालय]], [[चंडीगढ़]]]] उत्तर [[भारत]] के प्रांत [[पंजाब]] को 1966 में विभाजित करके हरियाणा राज्य बनाया गया था। इस राज्य की सीमा के उत्तर में [[पंजाब]] और [[हिमाचल प्रदेश]], पश्चिम तथा दक्षिण सीमा पर [[राजस्थान]] और पूर्व में [[उत्तराखंड]], [[उत्तर प्रदेश]] हैं। भारत की राजधानी [[दिल्ली]] के तीन तरफ हरियाणा की सीमायें लगी हुई हैं जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का एक बड़ा हिस्सा हरियाणा में मिला | ||[[चित्र:Chandigarh-High-Court.jpg|right|100px|[[महान्यायालय चंडीगढ़|महान्यायालय]], [[चंडीगढ़]]]] उत्तर [[भारत]] के प्रांत [[पंजाब]] को 1966 में विभाजित करके हरियाणा राज्य बनाया गया था। इस राज्य की सीमा के उत्तर में [[पंजाब]] और [[हिमाचल प्रदेश]], पश्चिम तथा दक्षिण सीमा पर [[राजस्थान]] और पूर्व में [[उत्तराखंड]], [[उत्तर प्रदेश]] हैं। भारत की राजधानी [[दिल्ली]] के तीन तरफ हरियाणा की सीमायें लगी हुई हैं जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का एक बड़ा हिस्सा हरियाणा में मिला है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हरियाणा]] | ||
{[[गरबा नृत्य|गरबा]] [[लोक नृत्य|लोक नृत्य शैली]] कहाँ प्रचलित है? | {[[गरबा नृत्य|गरबा]] [[लोक नृत्य|लोक नृत्य शैली]] कहाँ प्रचलित है? | ||
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-[[राजस्थान]] | -[[राजस्थान]] | ||
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||[[चित्र:Dwarkadhish-Temple-Dwarka-Gujarat-2.jpg|right|100px|[[द्वारिकाधीश मंदिर द्वारिका|द्वारिकाधीश मन्दिर]], [[द्वारका]], [[गुजरात]]]] गुजरात पश्चिमी [[भारत]] का एक प्रान्त है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा [[पाकिस्तान]] से लगी है। [[राजस्थान]] और [[मध्य प्रदेश]] इसके उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित हैं। [[महाराष्ट्र]] इसके पूर्व में है। [[अरब सागर]] इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर [[दादरा एवं नगर हवेली]] हैं। इस प्रांत की राजधानी [[गांधीनगर]] | ||[[चित्र:Dwarkadhish-Temple-Dwarka-Gujarat-2.jpg|right|100px|[[द्वारिकाधीश मंदिर द्वारिका|द्वारिकाधीश मन्दिर]], [[द्वारका]], [[गुजरात]]]] गुजरात पश्चिमी [[भारत]] का एक प्रान्त है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा [[पाकिस्तान]] से लगी है। [[राजस्थान]] और [[मध्य प्रदेश]] इसके उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित हैं। [[महाराष्ट्र]] इसके पूर्व में है। [[अरब सागर]] इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर [[दादरा एवं नगर हवेली]] हैं। इस प्रांत की राजधानी [[गांधीनगर]] है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[गुजरात]] | ||
{हिन्दुस्तानी [[संगीत]] का सर्वाधिक प्राचीन घराना है? | {हिन्दुस्तानी [[संगीत]] का सर्वाधिक प्राचीन घराना है? | ||
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-आगरा घराना | -आगरा घराना | ||
{ध्रुपद गायकी के लिए प्रसिद्ध घराना है? | {[[ध्रुपद]] गायकी के लिए प्रसिद्ध घराना है? | ||
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-मेवाती घराना | -मेवाती घराना | ||
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-किराना घराना | -किराना घराना | ||
{बड़े गुलाम अली किस घराना से सम्बन्धित थे? | {[[बड़े ग़ुलाम अली ख़ाँ|बड़े गुलाम अली]] किस घराना से सम्बन्धित थे? | ||
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-जयपुर घराना से | -जयपुर घराना से |