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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{बाल विवाह की प्रथा कब से आरंभ हुई? | {[[बाल विवाह]] की प्रथा कब से आरंभ हुई? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मौर्य काल]] से | -[[मौर्य काल]] से | ||
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-[[कुषाण काल]] से | -[[कुषाण काल]] से | ||
-हर्षवर्धन काल से | -हर्षवर्धन काल से | ||
||गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी [[सदी]] के अन्त में [[प्रयाग]] के निकट [[कौशाम्बी]] में हुआ। गुप्त [[कुषाण|कुषाणों]] के सामन्त थे। इस वंश का आरंभिक राज्य [[उत्तर प्रदेश]] और [[बिहार]] में था। लगता है कि गुप्त शासकों के लिए बिहार की उपेक्षा उत्तर प्रदेश अधिक महत्त्व वाला प्रान्त था, क्योंकि आरम्भिक अभिलेख मुख्यतः इसी राज्य में पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुप्त काल]] | |||
{[[हर्षवर्धन]] की आत्मकथा किसने लिखी? | {[[हर्षवर्धन]] की आत्मकथा किसने लिखी? | ||
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+गुफाओ के शैलचित्र | +गुफाओ के शैलचित्र | ||
-[[खनिज]] | -[[खनिज]] | ||
-बौद्ध प्रतिमाएं | -[[बौद्ध|बौद्ध प्रतिमाएं]] | ||
-सोन नदी का उद्गम स्थल | -[[सोन नदी]] का उद्गम स्थल | ||
{उस शासक का नाम क्या है जिसने विजय स्तम्भ का निर्माण कराया था? | {उस शासक का नाम क्या है जिसने विजय स्तम्भ का निर्माण कराया था? | ||
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-राणा हमीर | -राणा हमीर | ||
{[[विक्रमशिला]] | {[[विक्रमशिला विश्वविद्यालय|विक्रमशिला शिक्षा]] केन्द्र के संस्थापक का नाम क्या है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[देवपाल]] | -[[देवपाल]] | ||
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-[[नयपाल]] | -[[नयपाल]] | ||
-नरेन्द्रपाल | -नरेन्द्रपाल | ||
||धर्मपाल द्वारा बहुत से बिहार एवं मठों का निर्माण करवाया गया था। उसने प्रसिद्ध [[विक्रमशिला विश्वविद्यालय]] और [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] की स्थापना 'पाथरघाट भागलपुर' ( | ||धर्मपाल द्वारा बहुत से [[बिहार]] एवं मठों का निर्माण करवाया गया था। उसने प्रसिद्ध [[विक्रमशिला विश्वविद्यालय]] और [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] की स्थापना 'पाथरघाट भागलपुर' (बिहार) में की थी।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धर्मपाल]] | ||
{[[विरुपाक्ष मंदिर]] का निर्माण किसने किया था? | {[[विरुपाक्ष मंदिर]] का निर्माण किसने किया था? | ||
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+[[लोथल]] | +[[लोथल]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||[[चित्र:Lothal.jpg|लोथल|100px|right]]यह [[गुजरात]] के [[अहमदाबाद ज़िला|अहमदाबाद ज़िले]] में 'भोगावा नदी' के किनारे 'सरगवाला' नामक ग्राम के समीप स्थित है| खुदाई 1954-55 ई. में 'रंगनाथ राव' के नेतृत्व में की गई। इस स्थल से समकालीन सभ्यता के पांच स्तर पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोथल]] | ||[[चित्र:Lothal.jpg|लोथल|100px|right]]यह [[गुजरात]] के [[अहमदाबाद ज़िला|अहमदाबाद ज़िले]] में 'भोगावा नदी' के किनारे 'सरगवाला' नामक ग्राम के समीप स्थित है| खुदाई 1954-55 ई. में 'रंगनाथ राव' के नेतृत्व में की गई। इस स्थल से समकालीन सभ्यता के पांच स्तर पाए गए हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोथल]] | ||
{'[[आर्य]]' शब्द का शाब्दिक अर्थ है? | {'[[आर्य]]' शब्द का शाब्दिक अर्थ है? |
11:59, 14 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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