"अबुल हसन": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''अबुल हसन''' (1672-1687 ई.) गोलकुंडा के क़ुतुबशाही वंश का आ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''अबुल हसन''' (1672-1687 ई.) [[गोलकुंडा]] के [[क़ुतुबशाही वंश]] का आठवाँ और अन्तिम सुल्तान था। उसे 'अबुल हसन तानाशा' भी कहा जाता था। | '''अबुल हसन''' (1672-1687 ई.) [[गोलकुंडा]] के [[क़ुतुबशाही वंश]] का आठवाँ और अन्तिम सुल्तान था। उसे 'अबुल हसन तानाशा' भी कहा जाता था। | ||
*[[मुग़ल]] सम्राट [[औरंगज़ेब]] अबुल हसन से नाराज़ हो गया था। | |||
*उसने 1687 ई. में अबुल हसन को बड़ी ही आसानी से पराजित कर दिया। | |||
*औरंगज़ेब ने उसे राजगद्दी से हटा दिया और [[दौलताबाद]] के क़िले में क़ैद रखा। | *औरंगज़ेब ने उसे राजगद्दी से हटा दिया और [[दौलताबाद]] के क़िले में क़ैद रखा। | ||
*यहाँ पर कुछ ही वर्षों के बाद अबुल हसन की मृत्यु हो गई। | *यहाँ पर कुछ ही वर्षों के बाद अबुल हसन की मृत्यु हो गई। |
11:56, 26 जनवरी 2012 का अवतरण
अबुल हसन (1672-1687 ई.) गोलकुंडा के क़ुतुबशाही वंश का आठवाँ और अन्तिम सुल्तान था। उसे 'अबुल हसन तानाशा' भी कहा जाता था।
- मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब अबुल हसन से नाराज़ हो गया था।
- उसने 1687 ई. में अबुल हसन को बड़ी ही आसानी से पराजित कर दिया।
- औरंगज़ेब ने उसे राजगद्दी से हटा दिया और दौलताबाद के क़िले में क़ैद रखा।
- यहाँ पर कुछ ही वर्षों के बाद अबुल हसन की मृत्यु हो गई।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 161 |