"प्रयोग:गोविन्द4": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
|-
|-
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
<div style="padding:3px">[[चित्र:Mysore-Palace-3.jpg|right|botom|100px| महाराजा पैलेस, मैसूर|link=मैसूर|border]]</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Tipu-Sultan.jpg|right|botom|100px|टीपू सुल्तान|link=मैसूर|border]]</div>
<poem>
<poem>
     [[मैसूर]] शहर, दक्षिण-मध्य [[कर्नाटक]], भूतपूर्व मैसूर राज्य, [[दक्षिण भारत|दक्षिणी भारत]] में स्थित है। 1799 ई. से 1831 ई. तक यह मैसूर रियासत की प्रशासनिक राजधानी था और अब [[बेंगळूरू|बंगलोर]] के बाद कर्नाटक राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। मैसूर भारतीय गणतंत्र में सम्मिलित एक राज्य तथा नगर है। इसकी सीमा उत्तर-पश्चिम [[मुंबई]], पूर्व में [[आंध्र प्रदेश]], दक्षिण-पूर्व में [[तमिलनाडु]] और दक्षिण-पश्चिम में [[केरल]] राज्यों से घिरी हुई है। अपनी क्रेप सिल्क की साड़ियों, [[चंदन]] के तेल और चंदन की लकड़ी से बने सामान के लिए मशहूर यह स्थान वुडयार वंश के शासन काल में उनकी राजधानी हुआ करता था। [[मैसूर|... और पढ़ें]]</poem>
     [[मैसूर]] शहर का [[मैसूर का इतिहास|इतिहास]] अत्यंत प्राचीन है। इसके प्राचीनतम शासक [[कदम्ब वंश]] के थे, जिनका उल्लेख प्रख्यात भूगोलवेत्ता [[क्लॉडियस टॉलमी|टॉलमी]] ने किया है। कदम्बों को [[चेर वंश|चेरों]], [[पल्लव वंश|पल्लवों]] और [[चालुक्य वंश|चालुक्यों]] से युद्ध करना पड़ा था। 12वीं शताब्दी में जाकर मैसूर का शासन कदम्बों के हाथों से [[होयसल वंश|होयसलों]] के हाथों में आया, जिन्होंने द्वारासमुद्र अथवा आधुनिक [[हलेबिड]] को अपनी राजधानी बनाया था। बाद में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] और मैसूर के शासकों के बीच चार सैन्य मुठभेड़ हुई थीं। अंग्रेज़ों और [[हैदर अली]] तथा उसके पुत्र [[टीपू सुल्तान]] के बीच समय-समय पर युद्ध हुए जो [[मैसूर युद्ध]] नाम से जाने जाते हैं। [[मैसूर|... और पढ़ें]]</poem>
----
----
<center>
<center>

13:55, 1 जनवरी 2013 का अवतरण

एक आलेख
टीपू सुल्तान
टीपू सुल्तान

     मैसूर शहर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसके प्राचीनतम शासक कदम्ब वंश के थे, जिनका उल्लेख प्रख्यात भूगोलवेत्ता टॉलमी ने किया है। कदम्बों को चेरों, पल्लवों और चालुक्यों से युद्ध करना पड़ा था। 12वीं शताब्दी में जाकर मैसूर का शासन कदम्बों के हाथों से होयसलों के हाथों में आया, जिन्होंने द्वारासमुद्र अथवा आधुनिक हलेबिड को अपनी राजधानी बनाया था। बाद में अंग्रेज़ों और मैसूर के शासकों के बीच चार सैन्य मुठभेड़ हुई थीं। अंग्रेज़ों और हैदर अली तथा उसके पुत्र टीपू सुल्तान के बीच समय-समय पर युद्ध हुए जो मैसूर युद्ध नाम से जाने जाते हैं। ... और पढ़ें


पिछले विशेष आलेख दिल्ली · अशोक · श्रावस्ती · श्राद्ध · रंग