"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर

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-मनूची
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-[[जीन बैप्टिस्ट टॅवरनियर|टॅवरनियर]]
-[[जीन बैप्टिस्ट टॅवरनियर|टॅवरनियर]]
||[[चित्र:Al-Masudi.jpg|right|80px|अलमसूदी]]'अलमसूदी' [[अरब देश|अरब]] का एक विद्वान और प्रमुख भूगोलवेत्ता था। 915-916 ई. में वह [[भारत]] की यात्रा करने वाला बग़दाद का [[विदेशी यात्री]] था। उसका जन्म नवीं शताब्दी के अंतिम चरण में [[बग़दाद]] में हुआ था। यद्यपि उसकी सही जन्म तिथि के विषय में अधिकृत सूचना उपलब्ध नहीं है। उसकी मृत्यु 965 ई. में [[मिस्र]] में हुई। अपनी [[भारत]] यात्रा के समय अलमसूदी [[राष्ट्रकूट साम्राज्य|राष्ट्रकूट]] एवं [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] शासकों के विषय में जानकारी देता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अलमसूदी]]


{'रसीदी टिकट' निम्नलिखित में से किसकी आत्मकथा है?(भारतकोश)
{'रसीदी टिकट' निम्नलिखित में से किसकी आत्मकथा है?(भारतकोश)
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-[[अब्दुल हमीद]]
-[[अब्दुल हमीद]]
-[[अल्बर्ट एक्का]]
-[[अल्बर्ट एक्का]]
||[[चित्र:Major-Som‌-Nath‌-Sharma.jpg|right|100px|मेजर सोमनाथ शर्मा]]'मेजर सोमनाथ शर्मा' [[भारतीय सेना]] की कुमाऊँ रेजिमेंट की चौथी बटालियन की डेल्टा कंपनी के कंपनी-कमांडर थे, जिन्होंने [[अक्टूबर]]-[[नवम्बर]], [[1947]] के [[भारत]]-[[पाकिस्तान]] संघर्ष में अपनी वीरता से शत्रु के छक्के छुड़ा दिये। उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरान्त '[[परमवीर चक्र]]' से सम्मानित किया था। 'परमवीर चक्र' पाने वाले ये प्रथम व्यक्ति थे। मेजर सोमनाथ शर्मा ने अपना सैनिक जीवन [[22 फ़रवरी]], [[1942]] से शुरू किया, जब इन्होंने चौथी कुमायूं रेजिमेंट में बतौर कमीशंड ऑफिसर प्रवेश लिया था। उनका फौजी कार्यकाल शुरू ही दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुआ और वह मलाया के पास के रण में भेजे गए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सोमनाथ शर्मा]]
||[[चित्र:Major-Som‌-Nath‌-Sharma.jpg|right|80px|मेजर सोमनाथ शर्मा]]'मेजर सोमनाथ शर्मा' [[भारतीय सेना]] की कुमाऊँ रेजिमेंट की चौथी बटालियन की डेल्टा कंपनी के कंपनी-कमांडर थे, जिन्होंने [[अक्टूबर]]-[[नवम्बर]], [[1947]] के [[भारत]]-[[पाकिस्तान]] संघर्ष में अपनी वीरता से शत्रु के छक्के छुड़ा दिये। उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरान्त '[[परमवीर चक्र]]' से सम्मानित किया था। 'परमवीर चक्र' पाने वाले ये प्रथम व्यक्ति थे। मेजर सोमनाथ शर्मा ने अपना सैनिक जीवन [[22 फ़रवरी]], [[1942]] से शुरू किया, जब इन्होंने चौथी कुमायूं रेजिमेंट में बतौर कमीशंड ऑफिसर प्रवेश लिया था। उनका फौजी कार्यकाल शुरू ही दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुआ और वह मलाया के पास के रण में भेजे गए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सोमनाथ शर्मा]]


{[[महात्मा गाँधी]] द्वारा [[1 अगस्त]], [[1920]] को कौन-सा आन्दोलन प्रारम्भ किया गया?
{[[महात्मा गाँधी]] द्वारा [[1 अगस्त]], [[1920]] को कौन-सा आन्दोलन प्रारम्भ किया गया?

11:01, 31 अक्टूबर 2013 का अवतरण

इतिहास सामान्य ज्ञान

1 हड़प्पा सभ्यता में पक्की मिट्टी की मूर्तियों का निर्माण किस विधि से किया गया है? (पृ.सं. 181

एक साँचा पद्धति
दो साँचा पद्धति
चिकोटी पद्धति
जोड़कर

2 'राजतरंगिणी' में 7826 श्लोक हैं, जो तरंगों में संगठित हैं। तरंगों की संख्या कितनी है-(पृ.सं. 171

चार
दस
बारह
आठ

3 निम्नलिखित में से किस विदेशी यात्री ने राष्ट्रकूटों के बारे में विवरण दिया है? (पृ.सं. 172

सुलेमान
अलमसूदी
मनूची
टॅवरनियर

4 'रसीदी टिकट' निम्नलिखित में से किसकी आत्मकथा है?(भारतकोश)

अमृता प्रीतम
इस्मत चुग़ताई
सुभद्रा कुमारी चौहान
प्रभा खेतान

5 निम्नलिखित में से कौन 'परमवीर चक्र' पाने वाले प्रथम व्यक्ति थे?(भारतकोश)

यदुनाथ सिंह
सोमनाथ शर्मा
अब्दुल हमीद
अल्बर्ट एक्का

7 हड़प्पा के नगर और कस्बे किस आकार के विशाल खंडों में विभाजित थे?(पृ.सं. 177

वर्गाकार
आयताकार
गोलाकार
अर्द्ध गोलाकार

8 किस क्रांतिकारी ने 'मेरे अंत समय का आश्रय- गीता' नामक कृति की रचना की?(भारतकोश)

भगत सिंह
अश्विनी कुमार दत्त
भाई परमानंद
मदनमोहन मालवीय

9 'परमाणु ऊर्जा संस्थान', ट्रॉम्बे को डॉ. भाभा के नाम पर 'भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र' नाम किसने दिया।

जवाहरलाल नेहरू
लालबहादुर शास्त्री
इंदिरा गाँधी
सरदार पटेल

10 'असेम्बली बमकांड' की घटना को भगत सिंह एवं बटुकेश्वर दत्त ने कब अंजाम दिया?

8 अप्रैल, 1929
10 अप्रैल, 1930
13 अप्रैल, 1919
7 अप्रैल, 1905