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| सन [[1918]] से [[1920]] के बीच [[भारतीय सिनेमा]] एक उद्योग के रूप में विकसित होने लगा था और वह धीरे-धीरे यह व्यापार एक संगठित कारोबार का शक्तिशाली क्षेत्र बन गया। फ़िल्म निर्माण का लक्ष्य बड़े पैमाने पर निवेश कर इससे भारी लाभ अर्जित करना बन गया। इसी दौर में फ़िल्म कंपनियों के साथ फ़िल्म निर्माण के लिए स्टूडियो का जन्म हुआ।
| | #REDIRECT [[भारत की फ़िल्म कम्पनियाँ]] |
| ==इतिहास==
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| स्टूडियो के ढाँचे में फ़िल्में निर्मित होने लगीं तो फ़िल्मों की संख्या में वृद्धि हुई। सन 1918 में सिर्फ़ सात-आठ फ़िल्में ही बनीं थीं। वहीं [[1920]] में यह संख्या बढ़कर 18, [[1921]] में 40 और [[1925]] तक 80 फ़िल्मों तक पहुँच गई। 'भारतीय राष्ट्रीय फ़िल्म अभिलेखागार' के सूत्रों के अनुसार 1918 से लेकर सवाक् फ़िल्मों के निर्माण के शुरू होने तक कुल छोटी-बड़ी फ़िल्मों को मिलाकर 1268 मूक फ़िल्मों का निर्माण [[भारत]] में हुआ था। आज इस अभिलेखागार में उस समय की केवल दस या बारह मूक फ़िल्में ही सुरक्षित रह गई हैं।{{cite web |url=https://www.sahityakunj.net/LEKHAK/M/MVenkateshwar/hindi_cinema_ke_vikaas_mein_film_companyion_Alekh.htm |title=हिंदी सिनेमा के विकास में फ़िल्म निर्माण संस्थाओं की भूमिका |accessmonthday= 29 जून|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=sahityakunj.net |language=हिंदी }}
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| [[भारतीय सिनेमा]] के आरंभिक काल में [[चंदूलाल शाह]], जे. बी. एच. वाडिया, आर्देशिर ईरानी, जे. एफ़. मदन आदि वे लोग थे, जिनकी मेहनत, लगन, सूझ-बूझ और वित्तीय क्षमता की शक्ति ने भारतीय सिनेमा को एक अलग पहचान दी। इन व्यवसायियों के अलावा ऐसे भी महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार भारतीय सिनेमा के विकास में सक्रिय और सृजनात्मक सहयोग दिया। [[बंगाल]] के हिमांशु राय, बी. एन. सरकार, पी. सी. बरुआ, [[नितिन बोस]] और [[देवकी बोस]], [[महाराष्ट्र]] के बाबूराव पेंटर, पेंढारकर, [[वी. शांताराम]] आदि ऐसे ही महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। इनके अमूल्य योगदान को भारतीय सिनेमा कभी नहीं भूल पाएगा।
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| ==फ़िल्म कम्पनियाँ==
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| {| width="40%" class="bharattable-pink"
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| |+भारत की फ़िल्म कम्पनियाँ
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| ! क्र. सं.
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| ! कम्पनी
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| |1.
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| | [[महबूब स्टूडियो]]
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| |2.
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| | [[कमालिस्तान स्टूडियो]]
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| |3.
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| | [[फ़िल्मालय स्टूडियो]]
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| |-
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| |4.
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| | [[फ़िल्मिस्तान स्टूडियो]]
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| |-
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| |5.
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| | [[कोहिनूर फ़िल्म कम्पनी]]
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| |6.
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| | [[कृष्णा फ़िल्म कम्पनी]]
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| |7.
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| | [[इम्पीरियल फ़िल्म कम्पनी]]
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| |8.
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| | [[प्रभात फ़िल्म कम्पनी]]
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| |9.
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| | [[राजकमल कला मंदिर]]
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| |-
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| |10.
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| | [[रणजीत मूवीटोन]]
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| |-
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| |11.
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| | [[सागर फ़िल्म कम्पनी]]
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| |12.
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| | [[न्यू थियेटर]]
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| |13.
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| | [[बॉम्बे टाकीज़]]
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| |14.
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| | [[मिनर्वा मूवीटोन]]
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| |-
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| |15.
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| | [[वाडिया मूवीटोन]]
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| |16.
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| | [[आर के स्टूडियो]]
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| |-
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| |17.
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| | [[नवकेतन फ़िल्म्स]]
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| |-
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| |18.
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| | [[यश राज फ़िल्म्स]]
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| |-
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| |19.
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| | [[ए वी एम प्रोडक्शंस/स्टूडियो]]
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| |-
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| |20.
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| | [[प्रसाद स्टूडियो]]
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| |21.
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| | [[रामोजी फ़िल्म सिटी]]
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| {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
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| ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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| <references/>
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| ==संबंधित लेख==
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| {{फ़िल्म स्टूडियो}}
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| [[Category:फ़िल्म स्टूडियो]][[Category:सिनेमा]][[Category:सिनेमा_कोश]]
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