बृहदारण्यकोपनिषद अध्याय-6 ब्राह्मण-1

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रेणु (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:13, 5 सितम्बर 2011 का अवतरण
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • यहाँ 'प्राण' की सर्वश्रेष्ठता का प्रतिपादन किया गया है।
  • छान्दोग्य उपनिषद में भी इसी भांति 'प्राणतत्त्व' की श्रेष्ठता दर्शायी गयी है।
  • अन्य सभी इन्द्रियों से 'प्राण' ही सर्वश्रेष्ठ हैं।
  • छान्दोग्य उपनिषद के पांचवे अध्याय में भी इसका वर्नन है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख