प्रवचन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:54, 10 जनवरी 2011 का अवतरण (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • प्रवचन का अर्थ मौखिक शिक्षा है।[1] धर्म में प्रवचन का बड़ा महत्त्व है।
  • गीता भवन ऋषिकेश में प्रवचन और कीर्तन मंदिर की नियमित क्रियाएँ हैं।
  • आचार्य अथवा गुरु के मुख से जो वचन निकलते हैं उन्हें प्रवचन कहते है।
  • उनका सीधा प्रभाव श्रोता पर पड़ता है।
  • अत: प्राय: सभी सम्प्रदायों में प्रवचन की प्रणाली प्रचलित है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. (शत.ब्रा.11.5.7.1)