सदस्य:गोविन्द राम/अभ्यास पन्ना4

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  • आगे चलते जायेंगे तो कुछ और देखने-पढ़ने को मिलेगा साथ ही कुछ खोजने को भी! शुभ यात्रा...


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आज का दिन - 18 जून 2025

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विशेष आलेख
लाल हरा व नीला रंग प्रतिरूप
लाल हरा व नीला रंग प्रतिरूप
  • रंग हज़ारों वर्षों से हमारे जीवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। प्राचीनकाल से ही रंग कला में भारत का विशेष योगदान रहा है।
  • उल्लेखनीय है कि मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में सिंधु घाटी सभ्यता की जो चीज़ें मिलीं उनमें ऐसे बर्तन और मूर्तियाँ भी थीं, जिन पर रंगाई की गई थी। उनमें एक लाल रंग के कपड़े का टुकड़ा भी मिला। ... और पढ़ें

पिछले विशेष आलेख वाराणसी · बाघ · हिन्दी · ब्रज
एक पर्यटन स्थल
हुमायूँ का मक़बरा
हुमायूँ का मक़बरा
  • हुमायूँ के मक़बरे का निर्माण 1565 से 1572 ईसवी के बीच फ़ारसी वास्तुविद् 'मिराक मिर्ज़ा ग़ियात' के वास्तु रूप-रेखा पर हुआ था।
  • यूनेस्को की विश्वदाय स्मारकों की सूची में शामिल 'हुमायूँ का मक़बरा' भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
  • मक़बरे की पूर्ण शोभा इसको घेरे हुए 30 एकड़ में फैले चारबाग़ शैली के मुग़ल उद्यानों से निखरती है। 18वीं शताब्दी तक यहाँ स्थानीय लोगों ने चारबाग़ों में सब्ज़ी आदि उगाना आरंभ कर दिया था ... और पढ़ें

पिछले पर्यटन स्थल सारनाथ · हम्पी · खजुराहो
ऐसा भी हुआ !


  • भारतीय कवि तथा संगीतज्ञ 'अमीर ख़ुसरो' ने तबले का आविष्कार कैसे किया .... और पढ़ें
भूला-बिसरा भारत
  • भारत में पहले छोटी मुद्रा के रूप में भी प्रयोग होती थी 'कौड़ी' ? ... और पढ़ें

  • रावण ने वायलिन का आविष्कार किया था ? आज भी चलन में है रावण हत्था ... और पढ़ें

  • हमारे महान संस्कृत ग्रंथ ताड़पत्रों पर लिखे गये। क्या थे ये 'ताड़पत्र' ? ... और पढ़ें

  • 'किमखाब' के कारीगरों की क़द्र हो न हो लेकिन उनका काम बेमिसाल हुआ करता था ... और पढ़ें
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
भारत कोश हलचल

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जन्म
सुदर्शन अग्रवाल (19 जून) माधवराव सप्रे (19 जून) राहुल गांधी (19 जून) ओकरम इबोबी सिंह (19 जून) होमी मोतीवाला (18 जून) के एस सुदर्शन (18 जून) दादा धर्माधिकारी (18 जून) अनुग्रह नारायण सिंह (18 जून) सी. विजय राघवा चारियर (18 जून)
मृत्यु
नेरेला वेणु माधव (19 जून) सुभाष मुखोपाध्याय (19 जून) गुरुप्रसाद मोहापात्रा (19 जून) मिलखा सिंह (18 जून) अली अकबर ख़ाँ (18 जून) सेठ गोविन्द दास (18 जून) युधवीर सिंह (18 जून) नसीम बानो (18 जून)

समाचार
एक व्यक्तित्व
मिर्ज़ा ग़ालिब
मिर्ज़ा ग़ालिब
  • मिर्ज़ा असदउल्ला बेग़ ख़ान जिन्हें सारी दुनिया 'मिर्ज़ा ग़ालिब' के नाम से जानती है, उर्दू-फ़ारसी के प्रख्यात कवि रहे हैं।
  • ग़ालिब सदा किराये के मकानों में रहे, अपना मकान न बनवा सके। वे ऐसा मकान ज़्यादा पसंद करते थे, जिसमें बैठकख़ाना और अन्त:पुर अलग-अलग हों और उनके दरवाज़े भी अलग हों, जिससे यार-दोस्त बेझिझक आ-जा सकें।
  • “हैं और भी दुनिया में सुख़नवर बहुत अच्छे
कहते हैं कि ग़ालिब का है अन्दाज़े-बयाँ और” ... और पढ़ें

पिछले लेख सत्यजित राय · सरोजिनी नायडू
चयनित चित्र
पट्टदकल स्थित भैरव की मूर्ति
पट्टदकल स्थित भैरव की मूर्ति

भैरव प्रतिमा, पट्टदकल, कर्नाटक

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