मेरे देस की धरती
"सब लोग ध्यान से सुनो... अब बारह साल तक बारिश नहीं होगी... भोलेबाबा याने शंकर भगवान को किसी ने बहका दिया है तो वो शंख नहीं बजाएँगे।"
गाँव की चौपाल पर, छोटे पहलवान ने ये घोषणा सुनी और अपने घर से हल-बैल लेकर सीधे जा पहुँचा खेत में, और हल चलाने लगा। उधर पार्वती जी को चैन नहीं पड़ रहा था कि देखें तो सही कि पृथ्वी पर हो क्या रहा है ? इसलिए शंकर-पार्वती धरती पर विचरण करने लगे। संयोग से छोटे पहलवान के गाँव पहुँच गए तो देखा कि छोटे तो हल चला रहा है। पूरा पढ़ें