जैन अन्नप्राशन संस्कार

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रेणु (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:15, 10 फ़रवरी 2010 का अवतरण (नया पन्ना: ==जैन अन्नप्राशन संस्कार / Jain Annaprashan Sanskar== *अन्नप्राशन का अर्थ है कि ...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

जैन अन्नप्राशन संस्कार / Jain Annaprashan Sanskar

  • अन्नप्राशन का अर्थ है कि बालक को अन्न खिलाना।
  • इसमें बालक को अन्न खिलाने का शुभारम्भ उस अन्न द्वारा बालक की पुष्टि होने के लिए यह संस्कार किया जाता है।
  • यह संस्कार सातवें, आठवें अथवा नौवें मास में करना चाहिए।