विनोबा भावे के अनमोल वचन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति

- ऐसे देश को छोड़ देना चाहिए, जहाँ न आदर है, न जीविका, न मित्र, न परिवार और न ही ज्ञान की आशा। -
- स्वतंत्र वही हो सकता है, जो अपना काम अपने आप कर लेता है।
- द्वेष बुद्धि को हम द्वेष से नहीं मिटा सकते, प्रेम की शक्ति ही उसे मिटा सकती है। [1]