पहेली 15 मार्च 2025

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'अपधर्मी को अपधर्म, परम्परावादी को धर्म किंतु इत्र विक्रेता के हृदय को गुलाब पंखुड़ी का पराग प्रिय होता है।' यह कवित्त किस मध्यकालीन लेखक द्वारा रचा गया है?

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अबू फौजी
अबुल फ़ज़ल
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