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भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- |8.||डॉ. जगदीश प्रसाद||चिकित्सा||दिल्ली |21.||डॉ. रविन्द्र कुमार बाली||चिकित्सा||[[दिल्ली]] ...11 KB (110 शब्द) - 11:54, 19 अप्रैल 2024
- ...मी]]' की स्थापना हुई। [[28 जनवरी]], [[1953]] को [[राष्ट्रपति]] [[राजेन्द्र प्रसाद]] ने अकादमी का विधिवत उदघाटन किया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[संग ...8 KB (93 शब्द) - 06:53, 13 जनवरी 2020
- * [[22 अप्रॅल]] - [[कमला प्रसाद बिसेसर]] - भारतीय मूल की कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं टोबैगो की महिला प्रधा * [[3 अप्रॅल]] - [[रविन्द्र नारायण रवि]] - [[बिहार]] के राजनीतिज्ञों में से एक हैं। ...12 KB (105 शब्द) - 07:12, 20 फ़रवरी 2024
- ...म्मेलन में बद्रीदत्त पाण्डेय ने पर्वतीय क्षेत्र को विशेष दर्जा तथा अनुसूया प्रसाद बहुगुणा ने [[कुमाऊँ]]-[[गढ़वाल]] को पृथक् इकाई के रूप में गठन की मांग रखी। *अमर शहीद स्व. रविन्द्र सिंह रावत (22), पुत्र श्री कुंदन सिंह रावत, बी-20, नेहरु कालोनी, देहरादून। ...28 KB (223 शब्द) - 09:03, 10 फ़रवरी 2021
- |मार्ग स्थिति=रविन्द्र भवन, फिरोज़शाह रोड, [[नई दिल्ली]] ...नाटक अकादमी''' [[संगीत]], [[नृत्य]] और [[नाटक]] की राष्ट्रीय अकादमी है, जो रविन्द्र भवन, फिरोज़शाह रोड, [[नई दिल्ली]] में स्थित है। इसे [[आधुनिक भारत]] की निर् ...28 KB (95 शब्द) - 07:34, 7 नवम्बर 2017
- ...ये [[कवि]] स्वयं जन सभाओं में गाया करते थे, जिससे लगता है कि यह रचनाएँ '[[रविन्द्र संगीत]]' में निबद्ध है। राष्ट्रीय गान के तो रचनाकार ही [[रवीन्द्रनाथ टैगोर] ...को 'जन गण मन..' के समकक्ष मान्यता दी जाय। [[राजेन्द्र प्रसाद|डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]] ने संविधान सभा का यह निर्णय सुनाया। "वन्देमातरम' को राष्ट्रगान के समकक्ष ...31 KB (283 शब्द) - 09:07, 2 फ़रवरी 2020
- | [[रविन्द्र नाथ टैगोर]] | [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]] ...21 KB (84 शब्द) - 09:46, 4 फ़रवरी 2021
- ...'' कहलाए। [[11 जनवरी]], [[1921]] ई. को [[महावीर प्रसाद द्विवेदी|पं. महावीर प्रसाद]] को लिखे अपने पत्र में निराला जी ने अपनी उम्र 22 वर्ष बताई है। [[रामनरेश त ...[[इलाहाबाद]] में रह कर स्वतंत्र लेखन और अनुवाद कार्य भी किया। वे [[जयशंकर प्रसाद]] और [[महादेवी वर्मा]] के साथ [[हिन्दी साहित्य]] में छायावाद के प्रमुख स्तं ...58 KB (723 शब्द) - 05:36, 21 फ़रवरी 2018
- ...्होंने भोजन पकाने का काम बिल्कुल छोड़ ही दिया। ठाकुर के सामने निवेदन करके प्रसाद-स्वरूप दूध और फल पर ही दिन काटने लगीं। इससे सुचरिता को बहुत दु:ख हुआ किंतु {{रविन्द्र नाथ टैगोर की रचनाएँ}} ...115 KB (284 शब्द) - 09:16, 12 अप्रैल 2018
- ...की मैं सेवा करूँगी, वह आखिर सन्तुष्ट क्यों न होगा। जिसकी पूजा करूँगी, उसका प्रसाद भला क्यों न मिलेगा? जिसके भले की करूँगी, वह मेरी चेष्टा को भली क्यों न समझे {{साँचा:रविन्द्र नाथ टैगोर की रचनाएँ}} ...131 KB (568 शब्द) - 09:57, 11 फ़रवरी 2021
- * परिवर्तन ही सृष्टि है, जीवन है और स्थिर होना मृत्यु। ~ जयशंकर प्रसाद ...ाल जल्दी उठने वाला मानव अरोग्यवान, भाग्यवान और ज्ञानवान होता है। ~ जयशंकर प्रसाद ...236 KB (274 शब्द) - 08:25, 10 फ़रवरी 2021
- **कवि गुरु रविन्द्र नाथ टैगोर के चोरी हुए नोबल पुरस्कार बांग्लादेश में होने के संकेत मिले। **रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2008-09 का रेल बजट संसद में पेश किया। भारत परमाणु अस्त्र ले जा ...187 KB (578 शब्द) - 09:32, 3 सितम्बर 2022