भद्राकपिला
भद्राकपिला कौशिक ब्राह्मण वंशोत्पन्न एक कन्या का नाम था। यह कपिल की पुत्री थी जो सागल गांव में रहती थी। इसके पति कश्यप ने अपनी सारी संपत्ति समर्पण कर बुद्ध का शिष्य हो संघ की शरण ली थी। यह भी पीछे विरक्त महाप्रजापति गौतमी के भिक्षुणी संघ में चली आई थी। इसने अर्हत् पद प्राप्त किया था। बुद्ध के बाद महाकश्यप भिक्षु संघ के नेता हुए और गौतमी के बाद यह भिक्षुणी संघ में सबसे ऊंचे पद पर पहुंच गई थी। भद्राकपिला शब्द का प्रयोग हिन्दी साहित्य में किया गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- पुस्तक- पौराणिक कोश |लेखक- राणा प्रसाद शर्मा | पृष्ठ संख्या- 560
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