रामेश्वर दास बिड़ला
रामेश्वर दास बिड़ला (जन्म- 4 मई, 1892, पिलानी, राजस्थान; मृत्यु- 21 अप्रैल, 1973) सफल उद्योगपति के साथ-साथ बड़े दानी स्वभाव के व्यक्ति थे।
परिचय
देश के प्रसिद्ध बिड़ला घराने के रामेश्वर दास बिड़ला का जन्म 4 मई 1892 ईस्वी को राजस्थान के पिलानी में हुआ था। वे 16 वर्ष की उम्र में पारिवारिक व्यवसाय से जुड़कर मुंबई चले गए और फिर वहीं रहे। बिरला उद्योग ने जीवन में सामान्य रूप से काम आने वाली साधारण वस्तुओं के साथ-साथ अत्यंत जटिल यंत्रों के निर्माण के द्वारा देश और विश्व के अन्य उन्नत देशों में भी अपना स्थान बनाया।[1]
उदार व्यक्तित्त्व
रामेश्वर दास बिड़ला दानी एवं परोपकार स्वभाव के व्यक्ति थे। उन्होंने धार्मिक शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों मे बड़े ही सराहनीय काम किए हैं जिन्हें आज भी याद किया जाता है। उन्होंने लोगों के लिए स्कूल और अस्पताल खुलबाये। बिरला परिवार का गांधीजी से निकट का संबंध था और स्वतंत्रता आंदोलन में इस परिवार ने पर्याप्त आर्थिक सहायता प्रदान की थी। इस प्रकार उद्योग और समाज दोनों क्षेत्रों की रामेश्वर दास बिड़ला ने सेवा की है।
मृत्यु
रामेश्वर दास बिड़ला का 21 अप्रैल, 1973 को निधन हो गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 745 |
बाहरी कड़ियाँ
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