सहकार (सूक्तियाँ)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:13, 13 मार्च 2012 का अवतरण ('{| width="100%" class="bharattable-pink" |- ! क्रमांक ! सूक्तियाँ ! सूक्ति कर्ता |-...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
क्रमांक | सूक्तियाँ | सूक्ति कर्ता |
---|---|---|
(1) | बिना सहकार, नहीं उद्धार । उतिष्ठ, जाग्रत्, प्राप्य वरान् अनुबोधयत् । (उठो, जागो और श्रेष्ठ जनों को प्राप्त कर (स्वयं को) बुद्धिमान बनाओ।) |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख