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सदस्य:फ़िज़ा/अभ्यास 1

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विश्व के सात आश्चर्य (प्राचीन)

करीब 2,200 साल पहले यूनानी विद्वानों ने पुराने समय के विश्व के 7 आश्चर्यों की एक सूची बनाई थी। इतने समय तक वह सूची चलती रही, हालांकि वे सभी आश्चर्यजनक मानव निर्मित कृतियां टूट गयीं या ढह गईं। इनमें से केवल एक आज तक बची है वह है मिस्र में गीज़ा का पिरामिड। ये सात पुराने आश्चर्य थे-

आश्चर्य निर्माण तिथि निर्माता विवरण टूटने कि तिथि
गीज़ा का विशाल पिरामिड 2650-2500 ई.पू. मिस्रवासी मिश्र के गाजा क्षेत्र की तीन पिरामिडों में सबसे पुरानी एवं सबसे बड़ी पिरामिड है। -
बेबीलोन के झूलते बग़ीचे 600 ई.पू. बीलोनियों इराकी नगर अल-हिल्लह के निकट स्थित था। इस उद्यान का निर्माण नबूचड्नेजार द्वितीय ने ईसा से 600 वर्ष पूर्व करवाया था। प्रथम दशक बीसी के बाद
आर्तिमिस का मंदिर 550 ई.पू. लिदयन, फ़ारसियों, यूनानी यूनानी मन्दिर और प्राचीन विश्व का सात आश्चर्यो मे से एक है। यह तूर्की मे स्थित था। 356 ई.पू.
ओलम्पिया में ज़ियुस की मूर्ति 435 ई.पू. यूनानी मूर्ती का निर्माण यूनानी मूर्तीकार फ़िडी्यास ने ईसा से ४३२ साल पहले किया था। इस मूर्ती को यूनान के ओलम्पिया मे स्थित जियस के मंदिर मे स्थापित किया गया था। 5th-6th ई.
हैलिकारनेसस का मक़बरा 351 ई.पू. फ़ारसियों, यूनानी इस मक़बरे कि लम्बाई 135 फिट है और यह मार्बल का बना हुआ है। इसके चारों तरफ चार मुर्तियाँ भी है। ई. 1494
रोड्‌स की कोलोसस[1] 292-280 ई.पू. हेलेनिस्टिक ग्रीस रोडेस पर यूनानी देवता हेलियोस की एक विशाल मूर्ती है। यह मूर्ती प्राचीन विश्व का सात आश्चर्यो मे से एक है। इस का निर्माण ईसा पूर्व २९२ से २८० के बीच किया गया। 224 ई.पू.
सिकन्दरिया का प्रकाश स्तम्भ 3rd ई.पू. हेलेनिस्टिक मिस्र रौशनीघर का निर्माण ईसा से ३ शताब्दी पूर्व मिस्र के द्विप फ़ेरोस पर एक प्रतीक चिह्न के रूप मे करवाया गया था। विभिन्न सोत्रो के अनुसार इसकी उंचाई ११५ मीटर से १३५ मीटर के बीच रही होगी। ई. 1303-1480

विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)

7 जुलाई को विश्व के सात नए आश्चर्य घोषित किये गए हैं। इनका चुनाव फोन या इंटरनेट के जरिये विश्व के नागरिकों की राय लेकर किया गया। यह प्रतियोगिता 1999 में चालू की गई थी, इसके लिये मतदान 2005 में चालू हुआ था। पूरी दुनिया से करीब 200 मानव निर्मित कृतियों के नाम आए थे, जो कम होते-होते 21 बचे जिनमें से आखिरकार 7 चुने गए। हालांकि कई देशों और लोगों ने चुनने के इस तरीके पर असहमति और विरोध जताया है। यह सच भी है कि मत देने के पीछे अक्सर लोगों की भावनाएं और अपने देश में बनी कृति से लगाव अधिक होता है, बजाए सौन्दर्य या अनोखेपन के मापदण्डों के। 7 जुलाई यानि 07-07-07 को चुने गये 7 आश्चर्य हैं:-

क्राइस्ट द रिडीमर
चीन की दीवार
रोम का कोलोसियम, इटली
जोर्डन का ‘पेत्रा’
माचू पिच्चू, पेरू
चिचेन इत्जा, मैक्सिको
ताजमहल, भारत

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अत्यंत विशाल मूर्ति के लिए प्रयुक्त शब्द (प्राचीन यूनानी भाषा का शब्द)